Premanand ji Govind Sharan Quotes, Status, and Thoughts in Hindi

भगवान से प्रेम करना ही जीवन का सबसे बड़ा धन है।

भगवान से प्रेम करना ही जीवन का सबसे बड़ा धन है।

सच्ची भक्ति वही है, जो निस्वार्थ और निष्कपट हो।

सच्ची भक्ति वही है, जो निस्वार्थ और निष्कपट हो।

प्रेम वह पुल है, जो भक्त को भगवान से जोड़ता है।

प्रेम वह पुल है, जो भक्त को भगवान से जोड़ता है।

भगवान का नाम सच्चे हृदय से लो, वही मुक्ति का मार्ग है।

भगवान का नाम सच्चे हृदय से लो, वही मुक्ति का मार्ग है।

जब भक्ति हृदय में गहराई तक उतरती है, तब भगवान स्वयं प्रकट होते हैं।

जब भक्ति हृदय में गहराई तक उतरती है, तब भगवान स्वयं प्रकट होते हैं।

जो भगवान का स्मरण करता है, उसे संसार की बाधाएं नहीं रोक सकतीं।

जो भगवान का स्मरण करता है, उसे संसार की बाधाएं नहीं रोक सकतीं।

भगवान की भक्ति का आनंद सांसारिक सुखों से परे है।

भगवान की भक्ति का आनंद सांसारिक सुखों से परे है।

संसार में रहो, लेकिन भगवान के प्रेम में लीन रहो।

संसार में रहो, लेकिन भगवान के प्रेम में लीन रहो।

सेवा ही सबसे बड़ी पूजा है।

सेवा ही सबसे बड़ी पूजा है।

निःस्वार्थ सेवा से ही जीवन सफल होता है।

निःस्वार्थ सेवा से ही जीवन सफल होता है।

सेवा करने से अहंकार मिटता है और प्रेम बढ़ता है।

सेवा करने से अहंकार मिटता है और प्रेम बढ़ता है।

दूसरों की मदद करना ही भगवान को प्रसन्न करना है।

दूसरों की मदद करना ही भगवान को प्रसन्न करना है।

जो दूसरों के लिए जीता है, वही सच्चा भक्त है।

जो दूसरों के लिए जीता है, वही सच्चा भक्त है।

सेवा करने से हृदय में शांति और संतोष मिलता है।

सेवा करने से हृदय में शांति और संतोष मिलता है।

जो व्यक्ति स्वार्थ छोड़कर सेवा करता है, वही महान बनता है।

जो व्यक्ति स्वार्थ छोड़कर सेवा करता है, वही महान बनता है।

ध्यान वह माध्यम है, जो आत्मा को परमात्मा से जोड़ता है।

ध्यान वह माध्यम है, जो आत्मा को परमात्मा से जोड़ता है।

मन को शांत करने का सबसे बड़ा उपाय ध्यान है।

मन को शांत करने का सबसे बड़ा उपाय ध्यान है।

ध्यान से ही आत्मिक शांति प्राप्त होती है।

ध्यान से ही आत्मिक शांति प्राप्त होती है।

मन को नियंत्रित करना ही सच्चा ध्यान है।

मन को नियंत्रित करना ही सच्चा ध्यान है।

ध्यान से ही व्यक्ति अपनी आत्मा की शक्ति को पहचान सकता है।

ध्यान से ही व्यक्ति अपनी आत्मा की शक्ति को पहचान सकता है।

ध्यान का अभ्यास करते हुए व्यक्ति सांसारिक मोह से मुक्त हो सकता है।

ध्यान का अभ्यास करते हुए व्यक्ति सांसारिक मोह से मुक्त हो सकता है।

जब ध्यान गहरा होता है, तब भगवान का प्रेम भीतर प्रवाहित होता है।

जब ध्यान गहरा होता है, तब भगवान का प्रेम भीतर प्रवाहित होता है।

ध्यान भगवान का साक्षात्कार करने का सर्वोत्तम मार्ग है।

ध्यान भगवान का साक्षात्कार करने का सर्वोत्तम मार्ग है।

भगवान के चरणों में समर्पण ही भक्ति की शुरुआत है।

भगवान के चरणों में समर्पण ही भक्ति की शुरुआत है।

भगवान पर अटूट विश्वास रखो, वह तुम्हारा कल्याण करेंगे।

भगवान पर अटूट विश्वास रखो, वह तुम्हारा कल्याण करेंगे।

जो भगवान पर विश्वास करता है, वह कभी हारता नहीं।

जो भगवान पर विश्वास करता है, वह कभी हारता नहीं।

संपूर्ण समर्पण ही सच्चा विश्वास है।

संपूर्ण समर्पण ही सच्चा विश्वास है।

भगवान का नाम ही तुम्हारे सारे भय मिटा सकता है।

भगवान का नाम ही तुम्हारे सारे भय मिटा सकता है।

हर परिस्थिति में भगवान के प्रति समर्पण बनाए रखो।

हर परिस्थिति में भगवान के प्रति समर्पण बनाए रखो।

जो भगवान को समर्पित होता है, वह सदा सुखी रहता है।

जो भगवान को समर्पित होता है, वह सदा सुखी रहता है।

भगवान के प्रति समर्पण हृदय को हल्का और आत्मा को ऊर्जावान बनाता है।

भगवान के प्रति समर्पण हृदय को हल्का और आत्मा को ऊर्जावान बनाता है।

जीवन को सत्य और धर्म के मार्ग पर चलाकर सार्थक बनाओ।

जीवन को सत्य और धर्म के मार्ग पर चलाकर सार्थक बनाओ।

सत्य की राह पर चलने वाला कभी हारता नहीं।

सत्य की राह पर चलने वाला कभी हारता नहीं।

सत्य ही जीवन की सबसे बड़ी ताकत है।

सत्य ही जीवन की सबसे बड़ी ताकत है।

जीवन का उद्देश्य आत्मा को जानना और भगवान को पाना है।

जीवन का उद्देश्य आत्मा को जानना और भगवान को पाना है।

जीवन में संतोष का अनुभव केवल सत्य में है।

जीवन में संतोष का अनुभव केवल सत्य में है।

संसार की मोह माया से मुक्त होकर ही सत्य को पाया जा सकता है।

संसार की मोह माया से मुक्त होकर ही सत्य को पाया जा सकता है।

हर दिन को भगवान का आशीर्वाद मानकर जियो।

हर दिन को भगवान का आशीर्वाद मानकर जियो।

सच्चाई और भक्ति का मार्ग ही तुम्हें सच्चे सुख तक पहुंचा सकता है।

सच्चाई और भक्ति का मार्ग ही तुम्हें सच्चे सुख तक पहुंचा सकता है।