Aansu Bhari Shayari in Hindi – जब अल्फ़ाज़ रोने लगें

कुछ दर्द ऐसे होते हैं जो चुपचाप आँखों से बह जाते हैं,
बिना शोर किए, बिना किसी शिकायत के।
और जब दिल की तकलीफ़ लफ़्ज़ों में उतरती है, तो वो शायरी नहीं रहती — वो बन जाती है Aansu Bhari Shayari,
जहाँ हर अल्फ़ाज़ खुद-ब-खुद भीग जाता है उस एहसास से जिसे कहना आसान नहीं होता।

कभी किसी की जुदाई, तो कभी अपनों का बदल जाना —
ज़िंदगी के कुछ लम्हे इतने भारी होते हैं कि आँसू खुद-ब-खुद बहने लगते हैं,
और तब शायरी ही वो रास्ता बनती है जहाँ हम अपने टूटे जज़्बातों को बयां कर पाते हैं।
ये शायरी उन लम्हों की तस्वीर है जब दिल रोता है और दुनिया खामोश होती है।

इस ब्लॉग में हम लाए हैं सबसे भावुक, दिल को छू लेने वाली और गहरे एहसासों से भरी Aansu Bhari Shayari in Hindi,
जो आपको सुकून भी देंगी और शायद आपके आँसुओं को थोड़ी राहत भी।
क्योंकि जब दिल बोझिल हो, तो शायरी ही होती है जो बिना कुछ कहे सब कुछ कह जाती है — चुपचाप, लेकिन सच्चाई के साथ।

डूब जाते हैं उम्मीदों के सफ़ीने इस में, मैं नहीं मानती आँसू ज़रा सा पानी है!

डूब जाते हैं उम्मीदों के सफ़ीने इस में, मैं नहीं मानती आँसू ज़रा सा पानी है!

खामोश रहने दो लफ़्ज़ों को, आँखों को बयाँ करने दो हकीकत, अश्क जब निकलेंगे झील के, मुक़द्दर से जल जायेंगे अफसाने!

खामोश रहने दो लफ़्ज़ों को, आँखों को बयाँ करने दो हकीकत, अश्क जब निकलेंगे झील के, मुक़द्दर से जल जायेंगे अफसाने!

लफ्ज़ जब बरसते हैं बन कर बूँदें, मौसम कोई भी हो मन भीग ही जाता है !

लफ्ज़ जब बरसते हैं बन कर बूँदें, मौसम कोई भी हो मन भीग ही जाता है !

चाहत वो नहीं जो जान देती है, चाहत वो नहीं जो मुस्कान देती है ऐ दोस्त चाहत तो वो है, जो पानी में गिरा आँसू पहचान लेती है…!

चाहत वो नहीं जो जान देती है, चाहत वो नहीं जो मुस्कान देती है ऐ दोस्त चाहत तो वो है, जो पानी में गिरा आँसू पहचान लेती है…!

अधूरी हसरतो का आज भी इल्जाम हैँ तुम पर, अगर तुम चाहते तो ये मोहब्बत खत्म नहीँ होती !

अधूरी हसरतो का आज भी इल्जाम हैँ तुम पर, अगर तुम चाहते तो ये मोहब्बत खत्म नहीँ होती !

तेरे ना होने से ज़िंदगी में, बस इतनी सी कमी रहती है, मैं लाख मुस्कुराऊँ फिर भी, इन आँखों में नमी रहती है!

तेरे ना होने से ज़िंदगी में, बस इतनी सी कमी रहती है, मैं लाख मुस्कुराऊँ फिर भी, इन आँखों में नमी रहती है!

तुमने समझा ही नहीं और ना समझना चाहा, हम चाहते ही क्या थे तुमसे “तुम्हारे सिवा”।

तुमने समझा ही नहीं और ना समझना चाहा, हम चाहते ही क्या थे तुमसे “तुम्हारे सिवा”।

दिल है वही तड़प भी वही गम है वही, इज़हार की वजह न सही, आंसू थे तो रो लेते थे, रोते तो अब भी हे पर आंसू ना सही!

दिल है वही तड़प भी वही गम है वही, इज़हार की वजह न सही, आंसू थे तो रो लेते थे, रोते तो अब भी हे पर आंसू ना सही!

साथ बिताई तेरे संग वो, शाम सुहानी जिंदा है,  होंठ भले ही सूखे हों, पर आँख मे पानी जिंदा है!

साथ बिताई तेरे संग वो, शाम सुहानी जिंदा है, होंठ भले ही सूखे हों, पर आँख मे पानी जिंदा है!

आया नहीं था कभी मेरी आँख से एक आँसू भी, मोहब्बत क्या हुई आँसुओं का सैलाब आ गया।

आया नहीं था कभी मेरी आँख से एक आँसू भी, मोहब्बत क्या हुई आँसुओं का सैलाब आ गया।

वो नदियां नहीं आँसू थे मेरे जिनपर वो कश्ती चलाते रहे, मंज़िल मिले उन्हें ये चाहत थी मेरी इसीलिए हम आँसू बहाते रहे!

वो नदियां नहीं आँसू थे मेरे जिनपर वो कश्ती चलाते रहे, मंज़िल मिले उन्हें ये चाहत थी मेरी इसीलिए हम आँसू बहाते रहे!

अभी से क्यों छलक आये तुम्हारी आँख में आँसू, अभी छेड़ी कहाँ है दास्तान-ए-ज़िंदगी मैंने !

अभी से क्यों छलक आये तुम्हारी आँख में आँसू, अभी छेड़ी कहाँ है दास्तान-ए-ज़िंदगी मैंने !

इतना रोया मेरी मौत पे मुझे जगाने के लिए, मे मरता ही क्यूं अगर वो रो देता मुझे पाने के लिए !!

इतना रोया मेरी मौत पे मुझे जगाने के लिए, मे मरता ही क्यूं अगर वो रो देता मुझे पाने के लिए !!

जिनके प्यार बिछड़े है उनका सुकून से क्या ताल्लुक़, उनकी आँखों में नींद नहीं, सिर्फ आँसू आया करते है!

जिनके प्यार बिछड़े है उनका सुकून से क्या ताल्लुक़, उनकी आँखों में नींद नहीं, सिर्फ आँसू आया करते है!

कुछ तो बात होगी तुझमे, जो कभी नहीं रोया उसे रुलाया है तुमने।

कुछ तो बात होगी तुझमे, जो कभी नहीं रोया उसे रुलाया है तुमने।

दिल तो पहले होता था सीने में, अब तो दर्द लिए फिरते है |

दिल तो पहले होता था सीने में, अब तो दर्द लिए फिरते है |

आती है याद तेरी, रोता है दिल मेरा, गिरता है जो भी आंसू, बनता है नाम तेरा!

आती है याद तेरी, रोता है दिल मेरा, गिरता है जो भी आंसू, बनता है नाम तेरा!

वो कहती है, अचानक मैं तुम्हे यूँ ही रुला दूँ तो ! मैं कहता हूँ , मुझे डर है के तुम भी भीग जाओगी !

वो कहती है, अचानक मैं तुम्हे यूँ ही रुला दूँ तो ! मैं कहता हूँ , मुझे डर है के तुम भी भीग जाओगी !

हम तो हंसते हैं दूसरों को हंसाने की खातिर, वरना दिल पे ज़ख़्म इतने हैं के रोया भी नहीं जाता !

हम तो हंसते हैं दूसरों को हंसाने की खातिर, वरना दिल पे ज़ख़्म इतने हैं के रोया भी नहीं जाता !

जिसे ले गई है अभी हवा, वो वक्त था दिल की किताब का, कहीं आँसुओं से मिटा हुआ, कहीं आँसुओं से लिखा हुआ!

जिसे ले गई है अभी हवा, वो वक्त था दिल की किताब का, कहीं आँसुओं से मिटा हुआ, कहीं आँसुओं से लिखा हुआ!

मैंने उससे पूछा था क्या धुप मैं बारिश होती है?, वो हँसते हँसते रोने लगी और धुप मैं बारिश होने लगी!

मैंने उससे पूछा था क्या धुप मैं बारिश होती है?, वो हँसते हँसते रोने लगी और धुप मैं बारिश होने लगी!

यादें रह जाती है याद करने के लिए, और वक़्त सब लेकर गुजर जाता है।

यादें रह जाती है याद करने के लिए, और वक़्त सब लेकर गुजर जाता है।

हँसने की जुस्तजू में दबाया जो दर्द को, आँसू हमारी आँख में पत्थर के हो गए!

हँसने की जुस्तजू में दबाया जो दर्द को, आँसू हमारी आँख में पत्थर के हो गए!

डूबी हैं मेरी उँगलियाँ मेरे ही खून में, ये काँच के टुकड़ों पर भरोसे की सजा है।

डूबी हैं मेरी उँगलियाँ मेरे ही खून में, ये काँच के टुकड़ों पर भरोसे की सजा है।

मेरे हिस्से की ज़मीन बंजर थी, मैं वाकिफ ना था, बे-सबब इलज़ाम मैं देता रहा बरसात को ।

मेरे हिस्से की ज़मीन बंजर थी, मैं वाकिफ ना था, बे-सबब इलज़ाम मैं देता रहा बरसात को ।