Afsos Wali Shayari – अधूरी मोहब्बत की सिसकती आवाज़

कुछ लम्हे ज़िंदगी में ऐसे होते हैं, जो बीत तो जाते हैं, लेकिन दिल में हमेशा के लिए एक अफ़सोस छोड़ जाते हैं।
वो मोहब्बत जो पूरी हो सकती थी लेकिन हालातों, वक्त या दूरी ने उसे अधूरा छोड़ दिया —
उसी मोहब्बत की सिसकती हुई आवाज़ बनती है Afsos Wali Shayari,
जहाँ हर अल्फ़ाज़ एक टूटा हुआ ख्वाब और हर पंक्ति एक अधूरी दुआ होती है।

जब हम किसी को बहुत चाहते हैं, लेकिन उसे कभी पा नहीं पाते,
तो दिल सिर्फ याद नहीं करता — वो हर रोज़ एक चुप सी सज़ा काटता है।
वो बातें जो कही जा सकती थीं, वो मुलाक़ातें जो हो सकती थीं…
अब बस अफ़सोस बनकर हर रात हमारी तन्हाई में गूंजती हैं।

इस ब्लॉग में हम लाए हैं दिल की गहराइयों से निकली हुई Afsos Bhari Shayari,
जो उन जज़्बातों को बयां करती है जो छुपा लिए गए थे, कहे नहीं गए — लेकिन आज भी ज़िंदा हैं।
क्योंकि मोहब्बत जब अधूरी रह जाए, तो यादें सिर्फ यादें नहीं रहतीं — वो अफ़सोस बन जाती हैं।

अफसोस यही है जिंदगी का की एक जिंदगी मिली उसमे भी तू ना मिली।

अफसोस यही है जिंदगी का की एक जिंदगी मिली उसमे भी तू ना मिली।

अफ़सोस है मगर अब शिकवा नही एक शख्स मेरे साथ रह कर भी मुझे समझा नही।

अफ़सोस है मगर अब शिकवा नही एक शख्स मेरे साथ रह कर भी मुझे समझा नही।

अफ़सोस के सिवा कुछ नहीं बचता मोहब्बत में कभी किस्मत तो कभी मेहबूब धोका दे जाता है।

अफ़सोस के सिवा कुछ नहीं बचता मोहब्बत में कभी किस्मत तो कभी मेहबूब धोका दे जाता है।

ज़िन्दगी उसकी जिसकी मौत पर ज़माना अफ़सोस करे, यूँ तो हर शख्स आता है दुनिया में फ़ना होने के लिए।

ज़िन्दगी उसकी जिसकी मौत पर ज़माना अफ़सोस करे, यूँ तो हर शख्स आता है दुनिया में फ़ना होने के लिए।

मसला ये नही की मंजिल मुश्किल है तू साथ नही इस बात का अफ़सोस है।

मसला ये नही की मंजिल मुश्किल है तू साथ नही इस बात का अफ़सोस है।

दुश्मनी करोगे या दगा करोगे एक रोज अफ़सोस तो तुम जरूर करोगे।

दुश्मनी करोगे या दगा करोगे एक रोज अफ़सोस तो तुम जरूर करोगे।

जिसे डर ही नही था मुझे खोने का वो क्या अफ़सोस करेगा मेरे ना होने का।

जिसे डर ही नही था मुझे खोने का वो क्या अफ़सोस करेगा मेरे ना होने का।

प्यार उम्मीद पर शुरू और अफ़सोस पर खतम।

प्यार उम्मीद पर शुरू और अफ़सोस पर खतम।

जिंदगी है गुज़र जाएगी, पर तेरी कमी तो कमी ही रह जाएगी।

जिंदगी है गुज़र जाएगी, पर तेरी कमी तो कमी ही रह जाएगी।

आज वो लोग सीखा रही है की नजर अंदाज कैसे करते है और कल हम सिखाएंगे उसको की अफ़सोस कैसे करते है।

आज वो लोग सीखा रही है की नजर अंदाज कैसे करते है और कल हम सिखाएंगे उसको की अफ़सोस कैसे करते है।

खुली किताब थे हम अफ़सोस अनपढ़ के हाथों थे हम।

खुली किताब थे हम अफ़सोस अनपढ़ के हाथों थे हम।

तेरी आहट के इंतजार में गुम तेरी आहट ना सुन सका, अफ़सोस।

तेरी आहट के इंतजार में गुम तेरी आहट ना सुन सका, अफ़सोस।

बहोत तकलीफ होती है जब कोई समझने वाला भी आपकी तकलीफ ना समझे।

बहोत तकलीफ होती है जब कोई समझने वाला भी आपकी तकलीफ ना समझे।

ज़िन्दगी जीने के लिए मिली थी, अफ़सोस मैंने उसके इंतज़ार में गुजार दी।

ज़िन्दगी जीने के लिए मिली थी, अफ़सोस मैंने उसके इंतज़ार में गुजार दी।

जमाना गुजर गया खुद की खुशी ढूंढते ढूंढते।

जमाना गुजर गया खुद की खुशी ढूंढते ढूंढते।

यह अफ़सोस की बात नहीं मेरे दोस्त कभी कभी मोहब्बत में दूरियां नजदीकियां से भी खूबसूरत होती है।

यह अफ़सोस की बात नहीं मेरे दोस्त कभी कभी मोहब्बत में दूरियां नजदीकियां से भी खूबसूरत होती है।

चाहा तो बहुत था तुमको और आज भी चाहता हूं मगर अफसोस वो चाहत अधूरी रह गई।

चाहा तो बहुत था तुमको और आज भी चाहता हूं मगर अफसोस वो चाहत अधूरी रह गई।

हँसता हूँ पर दिल में गम भरा है, याद में तेरी आज भी दिल रो पड़ा है।

हँसता हूँ पर दिल में गम भरा है, याद में तेरी आज भी दिल रो पड़ा है।

इश्क करना तो लगता है जैसे, मौत से भी बड़ी एक सजा है, क्या किसी से शिकायत करें हम, जब अपनी तकदीर ही बेवफा है।

इश्क करना तो लगता है जैसे, मौत से भी बड़ी एक सजा है, क्या किसी से शिकायत करें हम, जब अपनी तकदीर ही बेवफा है।

भटक गए होते तो ढूंढ लाते अफ़सोस तुमने तो रास्ते ही बदल दिए।

भटक गए होते तो ढूंढ लाते अफ़सोस तुमने तो रास्ते ही बदल दिए।

तुमसे बिछड़ना एक पल भी गवारा ना था, पर रोकते भी कैसे तुम्हें तू हमारा ना था।

तुमसे बिछड़ना एक पल भी गवारा ना था, पर रोकते भी कैसे तुम्हें तू हमारा ना था।

अफ़सोस इस बात का नही की तुम्हे हमसे प्यार ना हुआ अफ़सोस इस बात का है की हमे तुमसे प्यार क्यों हुआ।

अफ़सोस इस बात का नही की तुम्हे हमसे प्यार ना हुआ अफ़सोस इस बात का है की हमे तुमसे प्यार क्यों हुआ।

वक्त बीत जाने के बाद जो कदर होती है उसे कदर नही अफ़सोस कहते है।

वक्त बीत जाने के बाद जो कदर होती है उसे कदर नही अफ़सोस कहते है।

आपका इंतजार हमने बड़ी शिद्दत से किया था अफ़सोस तो इस बात का हुआ की अपने हमसे मिलना लाजमी ना समझा।

आपका इंतजार हमने बड़ी शिद्दत से किया था अफ़सोस तो इस बात का हुआ की अपने हमसे मिलना लाजमी ना समझा।

आएगा वो दिन भी जरूर कभी ना कभी जिंदगी में उनकी जब उन्हें खुद के ही फ़ैसले पर बेहद बेहद अफसोस होगा।

आएगा वो दिन भी जरूर कभी ना कभी जिंदगी में उनकी जब उन्हें खुद के ही फ़ैसले पर बेहद बेहद अफसोस होगा।

अफसोस नही करते हम की कोई हमे ना मिला अफसोस तो वो करते है जिन्हे हम ना मिले।

अफसोस नही करते हम की कोई हमे ना मिला अफसोस तो वो करते है जिन्हे हम ना मिले।

तेरे सामने होते हुए भी जब नजर ना आई मैं तुझे तो अब मेरी कमी पर आखिर क्यों इतना अफ़सोस है तुझे?

तेरे सामने होते हुए भी जब नजर ना आई मैं तुझे तो अब मेरी कमी पर आखिर क्यों इतना अफ़सोस है तुझे?

यह अफ़सोस की बात नहीं मेरे दोस्त कभी कभी मोहब्बत में दूरियां नजदीकियां से भी खूबसूरत होती है।

यह अफ़सोस की बात नहीं मेरे दोस्त कभी कभी मोहब्बत में दूरियां नजदीकियां से भी खूबसूरत होती है।

अफसोस साल पे साल बदल रहा हे मगर दिल का हाल नहीं बदल रहा हे।

अफसोस साल पे साल बदल रहा हे मगर दिल का हाल नहीं बदल रहा हे।

कैसा अजीव रिशता है ये दिल आज तकलीफ में है और तकलीफ देने वाला आज भी दिल में है।

कैसा अजीव रिशता है ये दिल आज तकलीफ में है और तकलीफ देने वाला आज भी दिल में है।

आज अफ़सोस होता है खुद के हल पर, रोना आता है उसकी हर कही बात पर, हमने तोह खुद को पूरी तरह खो कर भी उसको पा ना सके।

आज अफ़सोस होता है खुद के हल पर, रोना आता है उसकी हर कही बात पर, हमने तोह खुद को पूरी तरह खो कर भी उसको पा ना सके।

अब हम तेरी राह में नहीं आएंगे, अगर आए तो तुझसे नज़र नहीं मिलाएंगे, जब होगा तुझे अपनी गलती का एहसास, उस वक़्त हम किसी और के हो जाएंगे।

अब हम तेरी राह में नहीं आएंगे, अगर आए तो तुझसे नज़र नहीं मिलाएंगे, जब होगा तुझे अपनी गलती का एहसास, उस वक़्त हम किसी और के हो जाएंगे।

यूं तो सब कुछ पा लोगे तुम अपनी जिंदगी में मगर अफसोस की मेरे वो मेंहदी वाले हाथ तेरे ना हो सकेंगे।

यूं तो सब कुछ पा लोगे तुम अपनी जिंदगी में मगर अफसोस की मेरे वो मेंहदी वाले हाथ तेरे ना हो सकेंगे।

खुद को इतना सबरना है की पाने वाले को कद्र हो और खोने वाले को अफ़सोस।

खुद को इतना सबरना है की पाने वाले को कद्र हो और खोने वाले को अफ़सोस।

अफसोस क्या करे तेरे ना मिलने का मिले तो हम उस खुदा से भी नही।

अफसोस क्या करे तेरे ना मिलने का मिले तो हम उस खुदा से भी नही।

मुझे गम नही के वो हमें छोड़ कर चले गए अफ़सोस तो इस बात का है के जिन जिन को हम ने अपना माना बही हम से मुंह मोड़ कर चले गए।

मुझे गम नही के वो हमें छोड़ कर चले गए अफ़सोस तो इस बात का है के जिन जिन को हम ने अपना माना बही हम से मुंह मोड़ कर चले गए।