Deedar Shayari, Status, and Images in Hindi

Best Deedar Status, Shayari, Messages, and Quotes With Images in Hindi.

Heart Touching Deedar Shayari

मिलावट है तेरे इश्क में, इत्र और शराब की, कभी हम महक जाते है, कभी हम बहक जाते हैं.

सोने लगा हूँ तुझे ख्वाब में देखने कि हसरत ले कर, दुआ करना कोई जगा ना दे... तेरे दीदार से पहले।

दिल का क्या है तेरी यादों के सहारे जी लेगा, हैरान तो आँखे हैं तेरे दीदार को.

हम कुछ ऐसे तेरे दीदार में खो जाते हैं, जैसे बच्चे भरे बाज़ार में खो जाते हैं.

कि एक बार आज फिर खुदखुशी की हमने, कि तेरी गली से निकले और तेरा दीदार हो गया.

इलाही क्या खुले दीदार की राह, उधर दरवाज़े बंद आँखें इधर बंद.

जन्नत का हर लम्हा दीदार किया था, गोद मे उठाकर जब मॉ ने प्यार किया था.

मेरी आँखें और दीदार आप का, या क़यामत आ गई या ख़्वाब है.

कर्ज़दार रहेंगे हम उस हकीम के, जिसने दवा में उनका दीदार लिख दिया।

प्यार का मारा हूँ, एक तेरा दीदार काफी है, हर एक दवा से बेहतर, नजर-ए-यार काफी है।

ये नींदों की है ख्वाहिश तेरा ख्वाबों में आना, नजरों का कसूर नहीं जो तेरा दीदार करती हैं।

मुझको तेरा दीदार हो, तुम जिंदगी हो, तुम बंदगी हो, और ज्यादा क्या कहूँ.

हम तड़प गये आपके दीदार को, दिल फिर भी आपके लिए दुआ करता है, हमसे अच्छा तो आपके घर का आईना है, जो हर रोज़ आपका दीदार तो करता है।

जो चेहरे दिखते नहीं थे मोहल्ले में, भुकंप ने सबका दीदार करा दिया.

एक ही बार नज़र पड़ती है उन पर ‘ताबिश’ और फिर वो ही लगातार नज़र आते हैं

कोई मुक़दमा ही कर दो हमारे सनम पर, कम से कम हर पेशी पर दीदार तो हो जायेगा।

कुछ नज़र आता नहीं उस के तसव्वुर के सिवा, हसरत-ए-दीदार ने आँखों को अंधा कर दिया.

घड़ी पर हाथ रख लेता था मैं, जब तू मुझको देखता था मुस्कुरा के

देखो तो चश्म-ए-यार की जादू-निगाहियाँ बेहोश इक नज़र में हुई अंजुमन तमाम

दीदार की तलब हो तो नजरें जमाये रखना, क्योंकि 'नकाब' हो या 'नसीब' सरकता जरूर है।

गयी थी मंदिर उनका दीदार हो गया, पहले सावन का पहला सोमवार हो गया.

न होती है मुलाकातें न ही दीदार होता है, नजर अंदाज़ करने का गज़ब अंदाज़ है उसका.

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मिलावट है तेरे इश्क में, इत्र और शराब की, कभी हम महक जाते है, कभी हम बहक जाते हैं.
सोने लगा हूँ तुझे ख्वाब में देखने कि हसरत ले कर, दुआ करना कोई जगा ना दे... तेरे दीदार से पहले।
दिल का क्या है तेरी यादों के सहारे जी लेगा, हैरान तो आँखे हैं तेरे दीदार को.
हम कुछ ऐसे तेरे दीदार में खो जाते हैं, जैसे बच्चे भरे बाज़ार में खो जाते हैं.
कि एक बार आज फिर खुदखुशी की हमने, कि तेरी गली से निकले और तेरा दीदार हो गया.
इलाही क्या खुले दीदार की राह, उधर दरवाज़े बंद आँखें इधर बंद.
जन्नत का हर लम्हा दीदार किया था, गोद मे उठाकर जब मॉ ने प्यार किया था.
मेरी आँखें और दीदार आप का, या क़यामत आ गई या ख़्वाब है.
कर्ज़दार रहेंगे हम उस हकीम के, जिसने दवा में उनका दीदार लिख दिया।
प्यार का मारा हूँ, एक तेरा दीदार काफी है, हर एक दवा से बेहतर, नजर-ए-यार काफी है।
ये नींदों की है ख्वाहिश तेरा ख्वाबों में आना, नजरों का कसूर नहीं जो तेरा दीदार करती हैं।
मुझको तेरा दीदार हो, तुम जिंदगी हो, तुम बंदगी हो, और ज्यादा क्या कहूँ.
हम तड़प गये आपके दीदार को, दिल फिर भी आपके लिए दुआ करता है, हमसे अच्छा तो आपके घर का आईना है, जो हर रोज़ आपका दीदार तो करता है।
जो चेहरे दिखते नहीं थे मोहल्ले में, भुकंप ने सबका दीदार करा दिया.
एक ही बार नज़र पड़ती है उन पर ‘ताबिश’ और फिर वो ही लगातार नज़र आते हैं
कोई मुक़दमा ही कर दो हमारे सनम पर, कम से कम हर पेशी पर दीदार तो हो जायेगा।
कुछ नज़र आता नहीं उस के तसव्वुर के सिवा, हसरत-ए-दीदार ने आँखों को अंधा कर दिया.
घड़ी पर हाथ रख लेता था मैं, जब तू मुझको देखता था मुस्कुरा के
देखो तो चश्म-ए-यार की जादू-निगाहियाँ बेहोश इक नज़र में हुई अंजुमन तमाम
दीदार की तलब हो तो नजरें जमाये रखना, क्योंकि 'नकाब' हो या 'नसीब' सरकता जरूर है।
गयी थी मंदिर उनका दीदार हो गया, पहले सावन का पहला सोमवार हो गया.
न होती है मुलाकातें न ही दीदार होता है, नजर अंदाज़ करने का गज़ब अंदाज़ है उसका.