Dikhawa Shayari, Status, and Images in Hindi

Best Dikhawa Status, Shayari, Messages, and Quotes With Images in Hindi.

Heart Touching Dikhawa Shayari

दिखावा मत कीजिये, क्योंकि यह अक्सर लोगों को बर्बाद कर देता है!

दिखावे की मोहब्बत का ”बाज़ार” चलता है यहाँ, सच्चे एहसास रोज ”खुदखुशी” करते है!

ऐ दुनिया वालों दिखावा करना बंद करो, क्योंकि यह दुनिया की खूबसूरती को कम करती है.

ये बोझ धोकेबाज़ी का उठाया नहीं जाता, पहला धोका तो पहले धोका होता है भूले से भी भुलाया नहीं जाता।

दिखावे की भी एक सीमा होती है, उस ”सीमा” को पार करने का मतलब होता है, मुसीबत को न्योता देना.

हर_किसी को मैं खुश रख सकूं वो सलीका मुझे नहीं आता.. जो मैं नहीं हूँ, वो ‘दिखने’ का तरीका मुझे नहीं आता ।

जब प्यार है ही नहीं तो “दिखावा” क्यों करते हो जब निभा ही नहीं सकते है तो वादा क्यों करते हो

तुझे तो #मोहब्बत भी तेरी ‘औकात’ से ज्यादा की थी, अब तो बात नफरत की है, सोच तेरा क्या होगा…

प्यार में तो दिखावे के लिए बिल्कुल जगह नहीं होती है.

यह बात हमेशा याद रखना सिर्फ दुनिया को दिखाने के लिये अच्छा बनना बुरे बनने से भी बुरा है

यक़ीन मानो, शक्ल ज्यादा नहीं बदलेगी बस तुम, ना पहचानने का “दिखावा” मत करना

अगर हो कोई तो तेरी जैसी #नसल हो, दिखावा भी इस ”क़दर” करती हो जैसे असल हो।

दिखावे की “मोहब्बत” तो जमाने को है ‘हमसे’ पर, ये दिल तो वहाँ बिकेगा जहाँ ज़ज्बातो की कदर होगी…

अब तो दोस्त भी रूठने लगे हैं, शायद मेरे “दिखावे” से ऊबने लगे हैं.

दिखावा_मत कर मेरे शहर में शरीफ होने का हम ‘खामोश’ तो है लेकिन ना-समझ नहीं !

‘शून्य’ को छोड़ “संख्याओं” से दोस्ती की संख्याओं ने फिर से शून्य ही बना डाला !

बनावटी दुनिया में इंसानियत का तमाशा देखा, आज हाथ उठे भी “मदद” को तो दिखावे के लिए !

जो लोग दिखावे में विश्वास करते हैं, वे हमेशा “बेचैन” फिरते हैं.

जिन्दगी में दिखावा इतना भी न करें कि जिन्दगी के आख़िरी पल “अफ़सोस” में गुजारना पड़े.

अच्छे होते है बुरे लोग कम से कम अच्छे ‘होने’ का दिखावा नहीं करते !

जब दिखावे की मोहब्बत का चलन आम हुआ हम से “क़ुदरत” ने कहा दूर से ही बात करो!

हिम्मत अगर सहने का रखता हूं तो हौंसला तबाह करने का भी रखता हूं ।

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दिखावा मत कीजिये, क्योंकि यह अक्सर लोगों को बर्बाद कर देता है!
दिखावे की मोहब्बत का ”बाज़ार” चलता है यहाँ, सच्चे एहसास रोज ”खुदखुशी” करते है!
ऐ दुनिया वालों दिखावा करना बंद करो, क्योंकि यह दुनिया की खूबसूरती को कम करती है.
ये बोझ धोकेबाज़ी का उठाया नहीं जाता, पहला धोका तो पहले धोका होता है भूले से भी भुलाया नहीं जाता।
दिखावे की भी एक सीमा होती है, उस ”सीमा” को पार करने का मतलब होता है,  मुसीबत को न्योता देना.
हर_किसी को मैं खुश रख सकूं वो सलीका मुझे नहीं आता.. जो मैं नहीं हूँ, वो ‘दिखने’ का तरीका मुझे नहीं आता ।
जब प्यार है ही नहीं तो “दिखावा” क्यों करते हो जब निभा ही नहीं सकते है तो वादा क्यों करते हो
तुझे तो #मोहब्बत भी तेरी ‘औकात’ से ज्यादा की थी, अब तो बात नफरत की है, सोच तेरा क्या होगा…
प्यार में तो दिखावे के लिए बिल्कुल जगह नहीं होती है.
यह बात हमेशा याद रखना सिर्फ दुनिया को दिखाने के लिये अच्छा बनना बुरे बनने से भी बुरा है
यक़ीन मानो, शक्ल ज्यादा नहीं बदलेगी बस तुम, ना पहचानने का “दिखावा” मत करना
अगर हो कोई तो तेरी जैसी #नसल हो, दिखावा भी इस ”क़दर” करती हो जैसे असल हो।
दिखावे की “मोहब्बत” तो जमाने को है ‘हमसे’ पर, ये दिल तो वहाँ बिकेगा जहाँ ज़ज्बातो की कदर होगी…
अब तो दोस्त भी रूठने लगे हैं, शायद मेरे “दिखावे” से ऊबने लगे हैं.
दिखावा_मत कर मेरे शहर में शरीफ होने का हम ‘खामोश’ तो है लेकिन ना-समझ नहीं !
‘शून्य’ को छोड़ “संख्याओं” से दोस्ती की संख्याओं ने फिर से शून्य ही बना डाला !
बनावटी दुनिया में इंसानियत का तमाशा देखा, आज हाथ उठे भी “मदद” को तो दिखावे के लिए !
जो लोग दिखावे में विश्वास करते हैं, वे हमेशा “बेचैन” फिरते हैं.
जिन्दगी में दिखावा इतना भी न करें कि जिन्दगी के आख़िरी पल “अफ़सोस” में गुजारना पड़े.
अच्छे होते है बुरे लोग कम से कम अच्छे ‘होने’ का दिखावा नहीं करते !
जब दिखावे की मोहब्बत का चलन आम हुआ हम से “क़ुदरत” ने कहा दूर से ही बात करो!
हिम्मत अगर सहने का रखता हूं तो हौंसला तबाह करने का भी रखता हूं ।