Khwaab Shayari, Status, and Images in Hindi

रात बड़ी मुश्किल से खुद को सुलाया है मैंने अपनी आँखों को तेरे ख्वाब का लालच देकर ।

रात बड़ी मुश्किल से खुद को सुलाया है मैंने अपनी आँखों को तेरे ख्वाब का लालच देकर ।

मेरी खुशियो का सबब है मुझे नीद न आना वो सब परेशाँ है जिनके ख्बाव पूरे नही होते !

मेरी खुशियो का सबब है मुझे नीद न आना वो सब परेशाँ है जिनके ख्बाव पूरे नही होते !

ईमानदारी से काम करने वालो के ख्वाब भले ही पुरे न हो पर नींद जरूर पूरी होती है!

ईमानदारी से काम करने वालो के ख्वाब भले ही पुरे न हो पर नींद जरूर पूरी होती है!

जानता हूँ ये ख्वाब झूठे हैं ख्वाहिसे अधूरी हैं पर जिंदा रहने को गलत फेह्मियां भी जरुरी हैं।

जानता हूँ ये ख्वाब झूठे हैं ख्वाहिसे अधूरी हैं पर जिंदा रहने को गलत फेह्मियां भी जरुरी हैं।

किसी को नींद आती है मगर ख्वाब से नफरत है किसी को ख्वाब प्यारे है मगर वो सो नहीं पाते !

किसी को नींद आती है मगर ख्वाब से नफरत है किसी को ख्वाब प्यारे है मगर वो सो नहीं पाते !

हमारे दिल से आज धुआं निकल रहा है लगता है आज उसने मेरे ख्वाबो को जला डाला।

हमारे दिल से आज धुआं निकल रहा है लगता है आज उसने मेरे ख्वाबो को जला डाला।

आँखे तो क़ैदखाने से बाहर न आ सकी पर जिंदगी के ख़्वाब अँधेरे में पल गए !

आँखे तो क़ैदखाने से बाहर न आ सकी पर जिंदगी के ख़्वाब अँधेरे में पल गए !

नींद मिल जाए कहीं तो भेजना जरा, बहोत सारे ख्वाब अधूरे है मेरे.

नींद मिल जाए कहीं तो भेजना जरा, बहोत सारे ख्वाब अधूरे है मेरे.

आज मैंने हसीन ख़्वाब देखा खुद को मुस्कुराते हुए आपके साथ देखा!

आज मैंने हसीन ख़्वाब देखा खुद को मुस्कुराते हुए आपके साथ देखा!

  न नींद, आयी न ख़्वाब आये, जवाबो में भी कुछ सवाल आये.

न नींद, आयी न ख़्वाब आये, जवाबो में भी कुछ सवाल आये.

ख़्वाब का रिश्ता हक़ीक़त से न जोड़ा जाए आईना है इसे पत्थर से न तोड़ा जाए !

ख़्वाब का रिश्ता हक़ीक़त से न जोड़ा जाए आईना है इसे पत्थर से न तोड़ा जाए !

 तेरी आँखों में कई ख़्वाब छोड़ आए हैं, हर इक सवाल का जवाब छोड़ आए हैं.

तेरी आँखों में कई ख़्वाब छोड़ आए हैं, हर इक सवाल का जवाब छोड़ आए हैं.

ख्वाब दुःख देने लगे थे मैंने सोना ही छोड़ दिया !

ख्वाब दुःख देने लगे थे मैंने सोना ही छोड़ दिया !

माजरा क्या हे ये भी बता दो आजकल ख्वाबों मे छा जाते हो !

माजरा क्या हे ये भी बता दो आजकल ख्वाबों मे छा जाते हो !

बड़े ख्व़ाब देखने के जज्बात रखता हूँ उसे पूरा करने की मैं औकात रखता हूँ !

बड़े ख्व़ाब देखने के जज्बात रखता हूँ उसे पूरा करने की मैं औकात रखता हूँ !

 सहर ख़्वाब में तुम फ़िर आये थे, सरहाने पे फ़िर आज ओस की बून्दें हैं.

सहर ख़्वाब में तुम फ़िर आये थे, सरहाने पे फ़िर आज ओस की बून्दें हैं.

हसरतें पूरी न हो तो न सही पर ख्वाब देखना कोई गुनाह तो नहीं !

हसरतें पूरी न हो तो न सही पर ख्वाब देखना कोई गुनाह तो नहीं !

  हर रात वही बहाना है मेरे दिल का, मैं सोता हूँ तो तेरा ख़्वाब आ जाता है.

हर रात वही बहाना है मेरे दिल का, मैं सोता हूँ तो तेरा ख़्वाब आ जाता है.

कभी हक़ीक़त में भी बढ़ाया करो ताल्लुक़ हमसे अब ख़्वाबों की मुलाक़ातों से तसल्ली नहीं होती !

कभी हक़ीक़त में भी बढ़ाया करो ताल्लुक़ हमसे अब ख़्वाबों की मुलाक़ातों से तसल्ली नहीं होती !

वो जो मुमकिन ना हो उसे मुमकिन बना देता है ख्व़ाब दरिया के किनारों को मिला देता है !

वो जो मुमकिन ना हो उसे मुमकिन बना देता है ख्व़ाब दरिया के किनारों को मिला देता है !

 तुम्हारी याद में आँखों का रतजगा है, कोई ख़्वाब नया आए तो कैसे आए.

तुम्हारी याद में आँखों का रतजगा है, कोई ख़्वाब नया आए तो कैसे आए.

तरसती निगाहों ने देखा है कल फिर ख्वाब तेरे आने का !

तरसती निगाहों ने देखा है कल फिर ख्वाब तेरे आने का !

 जिस ख्वाब में हो जाए दीदारे नबी हासिल ऐ इश्क़ कभी हमको भी वो नींद सुला दे.

जिस ख्वाब में हो जाए दीदारे नबी हासिल ऐ इश्क़ कभी हमको भी वो नींद सुला दे.

सोचता हूँ इस दिल मे एक कब्रिस्तान बना लूँ सारे ख्वाब मर रहे हैँ एक एक करके !

सोचता हूँ इस दिल मे एक कब्रिस्तान बना लूँ सारे ख्वाब मर रहे हैँ एक एक करके !

जिन्दगी ने झेले हैं सब अज़ाब दुनिया के बस रहे हैं दिल में फिर भी ख्व़ाब दुनिया के !

जिन्दगी ने झेले हैं सब अज़ाब दुनिया के बस रहे हैं दिल में फिर भी ख्व़ाब दुनिया के !

 हम नींद से उठकर, इधर-उधर ढूंढते हैं तुझे, क्यों ख्वाबों में मेरे, इतने करीब चले आते हो तुम!

हम नींद से उठकर, इधर-उधर ढूंढते हैं तुझे, क्यों ख्वाबों में मेरे, इतने करीब चले आते हो तुम!

एक तो सुकून और एक तुम कहाँ रहते हो आजकल मिलते ही नहीं !

एक तो सुकून और एक तुम कहाँ रहते हो आजकल मिलते ही नहीं !

 अब तो इन आँखों से भी जलन होती है मुझे, खुली हों तो तलाश तेरी, बंद हों तो ख्वाब तेरे.

अब तो इन आँखों से भी जलन होती है मुझे, खुली हों तो तलाश तेरी, बंद हों तो ख्वाब तेरे.

ख़्वाबों को तो अक्सर हकीकत की ज़मीन पर ही रक्खा है ये बदबख्त अरमान चले गए आसमानों की दहलीज़ परे !

ख़्वाबों को तो अक्सर हकीकत की ज़मीन पर ही रक्खा है ये बदबख्त अरमान चले गए आसमानों की दहलीज़ परे !

 रात बड़ी मुश्किल से खुद को सुलाया है मैंने, अपनी आँखों को तेरे ख्वाब का लालच देकर!

रात बड़ी मुश्किल से खुद को सुलाया है मैंने, अपनी आँखों को तेरे ख्वाब का लालच देकर!

कभी तुम्हारी याद आती है कभी तुम्हारे ख्वाब आते है मुझे सताने के सलीके तो तुम्हें बेहिसाब आते है !

कभी तुम्हारी याद आती है कभी तुम्हारे ख्वाब आते है मुझे सताने के सलीके तो तुम्हें बेहिसाब आते है !

मेरे ख्वाबो को, अब बिखरने न देना, बहुत प्यार से थामा है, तेरे हाथो को, अपने हाथों में .

मेरे ख्वाबो को, अब बिखरने न देना, बहुत प्यार से थामा है, तेरे हाथो को, अपने हाथों में .

ख़्वाब ही ख्व़ाब मैं कब तक देखूँए ये आरजू है एक बार समाने भी देखूँ !

ख़्वाब ही ख्व़ाब मैं कब तक देखूँए ये आरजू है एक बार समाने भी देखूँ !

सौदा कुछ ऐसा किया है तेरे ख़्वाबों ने मेरी नींदों से या तो दोनों आते हैं या कोई नहीं आता !

सौदा कुछ ऐसा किया है तेरे ख़्वाबों ने मेरी नींदों से या तो दोनों आते हैं या कोई नहीं आता !