Radha Krishna Shayari

सांवरे तेरी मोहब्बत को, नया अंजाम देने की तैयारी हैं, कल तक मीरा दीवानी थी, आज मेरी बारी हैं।

सांवरे तेरी मोहब्बत को, नया अंजाम देने की तैयारी हैं, कल तक मीरा दीवानी थी, आज मेरी बारी हैं।

हर पल आंखों में पानी हैं क्योंकि चाहत में रुहानी हैं मैं हूँ तुझसे, तू हैं मुझसे, अपनी बस यही कहानी हैं।

हर पल आंखों में पानी हैं क्योंकि चाहत में रुहानी हैं मैं हूँ तुझसे, तू हैं मुझसे, अपनी बस यही कहानी हैं।

सच्ची मोहब्बत का अंजाम अगर निकाह होता, तो रुक्मणि की जगह राधा का स्थान होता।

सच्ची मोहब्बत का अंजाम अगर निकाह होता, तो रुक्मणि की जगह राधा का स्थान होता।

कान्हा को राधा ने प्यार का पैगाम लिखा, पुरे खत में सिर्फ कान्हा कान्हा नाम लिखा।

कान्हा को राधा ने प्यार का पैगाम लिखा, पुरे खत में सिर्फ कान्हा कान्हा नाम लिखा।

राधा ने श्री कृष्णा से पूछा, प्यार का असली मतलब क्या होता हैं, श्री कृष्णा ने हँस कर कहा, जहाँ मतलब होता हैं वहां प्यार ही कहाँ होता हैं।

राधा ने श्री कृष्णा से पूछा, प्यार का असली मतलब क्या होता हैं, श्री कृष्णा ने हँस कर कहा, जहाँ मतलब होता हैं वहां प्यार ही कहाँ होता हैं।

अधुरा है मेरा इश्क तेरे नाम के बिना, जैसे अधूरी है राधा, श्याम के बिना

अधुरा है मेरा इश्क तेरे नाम के बिना, जैसे अधूरी है राधा, श्याम के बिना

राधा के सच्चे प्रेम का यह ईनाम हैं, कान्हा से पहले लोग लेते राधा का नाम हैं।

राधा के सच्चे प्रेम का यह ईनाम हैं, कान्हा से पहले लोग लेते राधा का नाम हैं।

सुध-बुध खो रही राधा रानी, इंतजार अब सहा न जाएँ, कोई कह दो सावरे से, वो जल्दी राधा के पास आएँ!

सुध-बुध खो रही राधा रानी, इंतजार अब सहा न जाएँ, कोई कह दो सावरे से, वो जल्दी राधा के पास आएँ!

राधा भी दीवानी तेरे प्यार मैं मीरा भी जाये वारी वारी रंग देख सावला कान्हा तेरा गोपिया भी चली आये दौड़ी दौड़ी ।

राधा भी दीवानी तेरे प्यार मैं मीरा भी जाये वारी वारी रंग देख सावला कान्हा तेरा गोपिया भी चली आये दौड़ी दौड़ी ।

चारों तरफ फैल रही हैं, इनके प्यार की खुशबू थोड़ी-थोड़ी कितनी प्यारी लग रही हैं, साँवरे-गोरी की यह जोड़ी।।

चारों तरफ फैल रही हैं, इनके प्यार की खुशबू थोड़ी-थोड़ी कितनी प्यारी लग रही हैं, साँवरे-गोरी की यह जोड़ी।।

“राधा” के सच्चे प्रेम का यह ईनाम हैं, कान्हा से पहले लोग लेते “राधा” का नाम हैं.

“राधा” के सच्चे प्रेम का यह ईनाम हैं, कान्हा से पहले लोग लेते “राधा” का नाम हैं.

जब भी ख्वाब कन्हिया तेरा मैं देखु तो दिल मेरा खो ही जाता है रोके चाहे दुनिया मुझे सारी मगर प्यार तुझी से हो ही जाता है ।

जब भी ख्वाब कन्हिया तेरा मैं देखु तो दिल मेरा खो ही जाता है रोके चाहे दुनिया मुझे सारी मगर प्यार तुझी से हो ही जाता है ।

मुझे रिश्तों की लम्बी कतारों से क्या मतलब कोई दिल से हो मेरा, तो एक कृष्ण ही काफ़ी हैं।

मुझे रिश्तों की लम्बी कतारों से क्या मतलब कोई दिल से हो मेरा, तो एक कृष्ण ही काफ़ी हैं।

जिस पर राधा को मान हैं, जिस पर राधा को गुमान हैं, यह वही कृष्ण हैं जो राधा के दिल हर जगह विराजमान हैं.

जिस पर राधा को मान हैं, जिस पर राधा को गुमान हैं, यह वही कृष्ण हैं जो राधा के दिल हर जगह विराजमान हैं.

कान्हा के संग प्रीत लड़ाई जिसका कोई हिसाब नही हर लम्हा मैं बस ऐसे जीऊ बाकी और कोई ख्वाब नही !

कान्हा के संग प्रीत लड़ाई जिसका कोई हिसाब नही हर लम्हा मैं बस ऐसे जीऊ बाकी और कोई ख्वाब नही !

कृष्ण की प्रेम बाँसुरिया सुन भई वो प्रेम दिवानी, जब-जब कान्हा मुरली बजाएँ दौड़ी आये राधा रानी।

कृष्ण की प्रेम बाँसुरिया सुन भई वो प्रेम दिवानी, जब-जब कान्हा मुरली बजाएँ दौड़ी आये राधा रानी।

प्रेम की भाषा बड़ी आसान होती हैं. राधा-कृष्ण की प्रेम कहानी ये पैगाम देती हैं!

प्रेम की भाषा बड़ी आसान होती हैं. राधा-कृष्ण की प्रेम कहानी ये पैगाम देती हैं!

राधा के सच्चे प्रेम का यह ईनाम है, कान्हा से पहले लोग लेते राधा का नाम है, रंग बदलती दूनियाँ देखी देखा जग व्यवहार, दिल टूटा तब मन को भाया ठाकुर तेरा दरबार राधे राधे

राधा के सच्चे प्रेम का यह ईनाम है, कान्हा से पहले लोग लेते राधा का नाम है, रंग बदलती दूनियाँ देखी देखा जग व्यवहार, दिल टूटा तब मन को भाया ठाकुर तेरा दरबार राधे राधे

राधा कृष्ण का मिलन तो एक बहाना था, दुनिया को प्रेम का सही मतलब समझना था.

राधा कृष्ण का मिलन तो एक बहाना था, दुनिया को प्रेम का सही मतलब समझना था.

भरोसा है मुझे बंसीधर तेरे नाम का कदम कदम पर है तेरा ही सहारा धोका कभी ना खाऊ मैं मैन पिया है प्याला राधे राधे नाम का ।।  श्री राधे राधे ।।

भरोसा है मुझे बंसीधर तेरे नाम का कदम कदम पर है तेरा ही सहारा धोका कभी ना खाऊ मैं मैन पिया है प्याला राधे राधे नाम का ।। श्री राधे राधे ।।

यदि प्रेम का मतलब सिर्फ पा लेना होता, तो हर हृदय में राधा-कृष्ण का नाम नही होता।

यदि प्रेम का मतलब सिर्फ पा लेना होता, तो हर हृदय में राधा-कृष्ण का नाम नही होता।

श्री राधा जहाँ-जहां श्री कृष्ण वहाँ-वहाँ है, जो हृदय में बस जाएँ वो बिछड़ता कहाँ है.

श्री राधा जहाँ-जहां श्री कृष्ण वहाँ-वहाँ है, जो हृदय में बस जाएँ वो बिछड़ता कहाँ है.