BKS Iyengar Quotes, Status, and Thoughts in Hindi

योग मन को स्थिर करने की क्रिया है।

योग मन को स्थिर करने की क्रिया है।

कर्म योग वास्तव में एक सर्वोच्च रहस्य है।

कर्म योग वास्तव में एक सर्वोच्च रहस्य है।

योग 99% अभ्यास और 1% सिद्धांत है।

योग 99% अभ्यास और 1% सिद्धांत है।

योग एक तरह से लगभग संगीत जैसा है; इसका कोई अंत नहीं है।

योग एक तरह से लगभग संगीत जैसा है; इसका कोई अंत नहीं है।

हर रोग को अब तोडना है, योग से नाता जोड़ना है।

हर रोग को अब तोडना है, योग से नाता जोड़ना है।

सिर बुद्धि की गद्दी है, ह्रदय भावना की गद्दी है।

सिर बुद्धि की गद्दी है, ह्रदय भावना की गद्दी है।

श्वासें मन की शासक हैं।

श्वासें मन की शासक हैं।

आत्मविश्वास, स्पष्टता और करुणा एक शिक्षक के आवश्यक गुण हैं।

आत्मविश्वास, स्पष्टता और करुणा एक शिक्षक के आवश्यक गुण हैं।

सच्ची एकाग्रता जागरूकता का एक अटूट धागा है।

सच्ची एकाग्रता जागरूकता का एक अटूट धागा है।

शिक्षण की कला सहिष्णुता है। नम्रता सीखने की कला है।

शिक्षण की कला सहिष्णुता है। नम्रता सीखने की कला है।

योग आपको जीवन में पुनः पूर्णता की भावना खोजने की अनुमति देता है।

योग आपको जीवन में पुनः पूर्णता की भावना खोजने की अनुमति देता है।

शरीर की लय, मन का स्वर और आत्मा का सद्भाव जीवन के संगीत का निर्माण करते हैं।

शरीर की लय, मन का स्वर और आत्मा का सद्भाव जीवन के संगीत का निर्माण करते हैं।

योग एक माध्यम है और एक अंत भी।

योग एक माध्यम है और एक अंत भी।

आपका शरीर आत्मा की संतान है। आपको उस संतान का पोषण करना और उसे प्रशिक्षित करना चाहिए।

आपका शरीर आत्मा की संतान है। आपको उस संतान का पोषण करना और उसे प्रशिक्षित करना चाहिए।

स्वास्थ्य; शरीर, मन और आत्मा के पूर्ण सद्भाव की स्थिति है।

स्वास्थ्य; शरीर, मन और आत्मा के पूर्ण सद्भाव की स्थिति है।

क्रिया बुद्धि के साथ गति है।

क्रिया बुद्धि के साथ गति है।

शरीर धनुष है, आसन तीर, और आत्मा लक्ष्य।

शरीर धनुष है, आसन तीर, और आत्मा लक्ष्य।

सारे खेल बेमतलब हैं अगर आपको नियम ना पता हों।

सारे खेल बेमतलब हैं अगर आपको नियम ना पता हों।

प्रेरित हो, लेकिन गर्वित नहीं।

प्रेरित हो, लेकिन गर्वित नहीं।

कुछ भी थोपा नहीं जा सकता, ग्रहणशीलता ही सब कुछ है।

कुछ भी थोपा नहीं जा सकता, ग्रहणशीलता ही सब कुछ है।

प्रकृति और आत्मा का मिलन हमारे बुद्धि पर पड़े अज्ञानता के परदे हटा देता है।

प्रकृति और आत्मा का मिलन हमारे बुद्धि पर पड़े अज्ञानता के परदे हटा देता है।

सभी बीमारियों का उपचार योग ।

सभी बीमारियों का उपचार योग ।

योग आपके जीवन को स्वस्थ बनता हैं.

योग आपके जीवन को स्वस्थ बनता हैं.

योग कीजिए, रोग दूर भगाइए रोज कीजिये और जीते जाईये।

योग कीजिए, रोग दूर भगाइए रोज कीजिये और जीते जाईये।

नियमित योग कीजिए, जिन्दगी भर रोग से दूर रहीए

नियमित योग कीजिए, जिन्दगी भर रोग से दूर रहीए

जिसने योग अपनाया, रोग को हमेशा के लिए दूर भगाया।

जिसने योग अपनाया, रोग को हमेशा के लिए दूर भगाया।

योग रोगमुक्त जीवन की चाबी हैं.

योग रोगमुक्त जीवन की चाबी हैं.

मन की शांति के लिए सबसे अच्छा साधन योग हैं ।

मन की शांति के लिए सबसे अच्छा साधन योग हैं ।

शांतिपूर्ण जीवन जीने के लिए योग और ध्यान अपनाये.

शांतिपूर्ण जीवन जीने के लिए योग और ध्यान अपनाये.

सभी परेशानियों का एक ही हल योग बस योग ।

सभी परेशानियों का एक ही हल योग बस योग ।

योग मन को शांत करने का सबसे उत्तम जरिया हैं।

योग मन को शांत करने का सबसे उत्तम जरिया हैं।

योग मन के भ्रमो को समाप्त करता है।

योग मन के भ्रमो को समाप्त करता है।

आप कौन हैं यह जानना है तो योग करे।

आप कौन हैं यह जानना है तो योग करे।

योग का बीज बोएं और मन की शांति का फल पाएं।

योग का बीज बोएं और मन की शांति का फल पाएं।

आप कौन हैं इस बारे में उत्सुक होने के लिए योग एक सही अवसर है।

आप कौन हैं इस बारे में उत्सुक होने के लिए योग एक सही अवसर है।

योग मन के उतार-चढ़ाव को स्थिर करने की प्रक्रिया है !

योग मन के उतार-चढ़ाव को स्थिर करने की प्रक्रिया है !

सभ्यता द्वारा घायल हुए लोगों के लिए, योग सबसे बड़ा मरहम है।

सभ्यता द्वारा घायल हुए लोगों के लिए, योग सबसे बड़ा मरहम है।

योग से सिर्फ रोगों, बीमारियों से छुटकारा ही नही मिलता है बल्कि यह सबके कल्याण की गारंटी भी देता है.

योग से सिर्फ रोगों, बीमारियों से छुटकारा ही नही मिलता है बल्कि यह सबके कल्याण की गारंटी भी देता है.

योग का नियमित अभ्यास कराये, जीवन को खुशहाल और स्वस्थ बनाये।

योग का नियमित अभ्यास कराये, जीवन को खुशहाल और स्वस्थ बनाये।

योग के आठ अंग हैं - यम, नियम, आसन, प्राणायम प्रत्याहार, धारणा, ध्यान और समाधि.

योग के आठ अंग हैं - यम, नियम, आसन, प्राणायम प्रत्याहार, धारणा, ध्यान और समाधि.

योग हमे खुशी, शांति और पूर्ति की एक स्थायी भावना प्रदान करता है।

योग हमे खुशी, शांति और पूर्ति की एक स्थायी भावना प्रदान करता है।

योग सिर्फ कसरत ही नहीं है बल्कि यह खुद अपने आप पर काम करता है।

योग सिर्फ कसरत ही नहीं है बल्कि यह खुद अपने आप पर काम करता है।

जिन पर है बिमारियों का घेरा, उनके साथ है योग का सहारा।

जिन पर है बिमारियों का घेरा, उनके साथ है योग का सहारा।

सभी बीमारियों का उपचार योग और स्वस्थ जीवन शैली में निहित है।

सभी बीमारियों का उपचार योग और स्वस्थ जीवन शैली में निहित है।

योग–योग का नारा है, भविष्य अब हमारा है।

योग–योग का नारा है, भविष्य अब हमारा है।

मेरे लिए, योग सिर्फ एक कसरत नहीं है, यह अपने आप पर काम करने के बारे में है।

मेरे लिए, योग सिर्फ एक कसरत नहीं है, यह अपने आप पर काम करने के बारे में है।

योग एक अनुशासन है. यह चित्त और वृतियों का निरोध है.

योग एक अनुशासन है. यह चित्त और वृतियों का निरोध है.

नहीं होती है उनको बीमारी, जो योग करने की करते समझदारी !

नहीं होती है उनको बीमारी, जो योग करने की करते समझदारी !

योग के बारे में यह कभी भी मत सोचिये की योग से क्या मिल सकता है बल्कि योग के द्वारा हम क्या नही प्राप्त कर सकते है !

योग के बारे में यह कभी भी मत सोचिये की योग से क्या मिल सकता है बल्कि योग के द्वारा हम क्या नही प्राप्त कर सकते है !

योग सिर्फ आत्म सुधार के बारे में नहीं बतलाता है, बल्कि यह आत्म स्वीकृति के बारे में सिखाता है !

योग सिर्फ आत्म सुधार के बारे में नहीं बतलाता है, बल्कि यह आत्म स्वीकृति के बारे में सिखाता है !

योग आपके मन को शांत करने का एक प्राचीन तरीका है।

योग आपके मन को शांत करने का एक प्राचीन तरीका है।

एलर्जी को रोकने के लिए ऊर्जा उत्पन्न करें।

एलर्जी को रोकने के लिए ऊर्जा उत्पन्न करें।

योग को दृढ संकल्प और अटलता के साथ बिना किसी मानसिक संदेह या संशय के साथ किया जाना चाहिए।

योग को दृढ संकल्प और अटलता के साथ बिना किसी मानसिक संदेह या संशय के साथ किया जाना चाहिए।

योग स्वीकार करता है। योग प्रदान करता है।

योग स्वीकार करता है। योग प्रदान करता है।

मेरे लिए, योग सिर्फ एक कसरत नहीं है.  यह अपने आप पर काम करने के बारे में है।

मेरे लिए, योग सिर्फ एक कसरत नहीं है. यह अपने आप पर काम करने के बारे में है।

योग यौवन का फव्वारा है। आप उतने ही नौजवान हैं जितनी आपके रीढ़ की हड्डी लचीली है।

योग यौवन का फव्वारा है। आप उतने ही नौजवान हैं जितनी आपके रीढ़ की हड्डी लचीली है।