मेरे इश्क़ के तरीके बेहद जुदा हैं औरों से मुझे तन्हा होने पर भी इश्क़ करना आता है! - Poetry Shayari

मेरे इश्क़ के तरीके बेहद जुदा हैं औरों से मुझे तन्हा होने पर भी इश्क़ करना आता है!

Poetry Shayari