Aankhon Ki Shayari – जब निगाहें सब कुछ कह दें

कहा जाता है कि आँखें झूठ नहीं बोलतीं, क्योंकि जो दिल में छुपा होता है, वो सबसे पहले इन्हीं में उतर आता है।
जब लफ़्ज़ कम पड़ जाते हैं, तब आँखों का एक नज़रिया पूरी कहानी सुना देता है —
चाहे वो मोहब्बत हो, तन्हाई, ग़ुस्सा या फिर वो खामोश सी बेबसी।
Aankhon Ki Shayari उन्हीं जज़्बातों का आइना है, जो बिना बोले भी बहुत कुछ कह जाती हैं।

कभी किसी की आँखों में खो जाना, और कभी उन्हीं आँखों में खुद को ढूँढ लेना —
ये एहसास वही समझ सकता है जिसने इश्क़ को गहराई से जिया हो।
इन निगाहों में सुकून भी होता है और सवाल भी,
कभी मुस्कान की वजह बनती हैं, तो कभी किसी टूटे दिल की पहचान।

इस ब्लॉग में हम लाए हैं सबसे प्यारी, सच्चे जज़्बातों से भरी हुई Aankhon Ki Shayari in Hindi,
जो हर उस दिल के लिए हैं जिसने कभी किसी की आँखों से मोहब्बत की हो।
क्योंकि जब अल्फ़ाज़ रुक जाएँ, तब आँखें ही होती हैं जो इश्क़ की सबसे खूबसूरत ज़ुबान बनती हैं।

"क़ैद ख़ानें हैं, बिन सलाख़ों के, कुछ यूँ चर्चें हैं, तुम्हारी आँखों के!

"क़ैद ख़ानें हैं, बिन सलाख़ों के, कुछ यूँ चर्चें हैं, तुम्हारी आँखों के!

मैंने उसको इतना देखा, जितना देखा जा सकता था लेकिन फिर भी दो आँखों से कितना देखा जा सकता था

मैंने उसको इतना देखा, जितना देखा जा सकता था लेकिन फिर भी दो आँखों से कितना देखा जा सकता था

तुम मेरी तरफ देखना छोड़ो तो बताऊँ हर शख्स तुम्हारी ही तरफ देख रहा है!

तुम मेरी तरफ देखना छोड़ो तो बताऊँ हर शख्स तुम्हारी ही तरफ देख रहा है!

हज़ार बार मरना चाहा निगाहों मैं डूब कर हमने फ़राज़ वो निगाहें झुका लेते हैं हमें मरने नहीं देते!

हज़ार बार मरना चाहा निगाहों मैं डूब कर हमने फ़राज़ वो निगाहें झुका लेते हैं हमें मरने नहीं देते!

नींद को आज भी शिकवा है मेरी आँखों से, मैंने आने न दिया उसको कभी तेरी याद से पहले!

नींद को आज भी शिकवा है मेरी आँखों से, मैंने आने न दिया उसको कभी तेरी याद से पहले!

तुम्हारी आँखों की तौहीन है ज़रा सोचो तुम्हारा चाहने वाला शराब पीता है!

तुम्हारी आँखों की तौहीन है ज़रा सोचो तुम्हारा चाहने वाला शराब पीता है!

अपनी आंखों में भर कर ले जाने हैं मुझको उसके आंसू काम में लाने है

अपनी आंखों में भर कर ले जाने हैं मुझको उसके आंसू काम में लाने है

मैं ने मुद्दत से कोई ख़्वाब नहीं देखा है हाथ रख दे मेरी आँखों पे कि नींद आ जाए!

मैं ने मुद्दत से कोई ख़्वाब नहीं देखा है हाथ रख दे मेरी आँखों पे कि नींद आ जाए!

क्या कशिश थी तुम्हारी आँखों मे, तुझको देखा और तेरा हो गया!

क्या कशिश थी तुम्हारी आँखों मे, तुझको देखा और तेरा हो गया!

रात गुजारी फिर महकती सुबह आई , दिल धड़का फिर तुम्हारी याद आई. आँखों ने महसूस किया उस हवा को , जो तुम्हें छु कर हमारे पास आई!

रात गुजारी फिर महकती सुबह आई , दिल धड़का फिर तुम्हारी याद आई. आँखों ने महसूस किया उस हवा को , जो तुम्हें छु कर हमारे पास आई!

उसकी आँखें सवाल करती हैं, मेरी हिम्मत जवाब देती है...

उसकी आँखें सवाल करती हैं, मेरी हिम्मत जवाब देती है...

उसकी आखों को कभी ग़ौर से देखा है ‘फ़राज़ रोने वालों की तरह जागने वालों जैसी!

उसकी आखों को कभी ग़ौर से देखा है ‘फ़राज़ रोने वालों की तरह जागने वालों जैसी!

जो सुरूर है तेरी आँखों में वो बात कहां मैखाने में, बस तू मिल जाए तो फिर क्या रखा है ज़माने में..

जो सुरूर है तेरी आँखों में वो बात कहां मैखाने में, बस तू मिल जाए तो फिर क्या रखा है ज़माने में..

और तो क्या था बेचने के लिए अपनी आँखों के ख़्वाब बेचे हैं !

और तो क्या था बेचने के लिए अपनी आँखों के ख़्वाब बेचे हैं !

अब तो उसे से मिलना और भी ज़रूरी हो गया है, सुना है उसकी आँखों मैं मेरा अक्स नज़र आता है..

अब तो उसे से मिलना और भी ज़रूरी हो गया है, सुना है उसकी आँखों मैं मेरा अक्स नज़र आता है..

नज़र आये ना तू जिनको परेशानी से मरते हैं जो तुझको देख लेते हैं वो हैरानी से मरते हैं!

नज़र आये ना तू जिनको परेशानी से मरते हैं जो तुझको देख लेते हैं वो हैरानी से मरते हैं!

तुम्हारी निगाहें बहुत बोलती हैं, जरा अपनी आँखों पे पलके गिरा दो..

तुम्हारी निगाहें बहुत बोलती हैं, जरा अपनी आँखों पे पलके गिरा दो..

चराग़ों को आंखों में महफ़ूज़ रखना बड़ी दूर तक रात ही रात होगी!

चराग़ों को आंखों में महफ़ूज़ रखना बड़ी दूर तक रात ही रात होगी!

सुकून की तलाश में तुम्हारी आँखों में झाँका था, किसे पता था कम्बखत दिल का दर्द और मिल जाएगा..

सुकून की तलाश में तुम्हारी आँखों में झाँका था, किसे पता था कम्बखत दिल का दर्द और मिल जाएगा..

सुना है तेरी आँखों मैं सितारे जगमगाते हैं, इजाज़त हो तो मैं भी अपने दिल मै रोशनी कर लों..

सुना है तेरी आँखों मैं सितारे जगमगाते हैं, इजाज़त हो तो मैं भी अपने दिल मै रोशनी कर लों..

आपकी आँखें अगर शेर सुनाने लग जाएँ हम जो ग़ज़लें लिए फिरते हैं, ठिकाने लग जाएँ!

आपकी आँखें अगर शेर सुनाने लग जाएँ हम जो ग़ज़लें लिए फिरते हैं, ठिकाने लग जाएँ!

बहुत अंदर तक तबाही मचाता है, वो आँसू जो आँखों से बह नहीं पता है!

बहुत अंदर तक तबाही मचाता है, वो आँसू जो आँखों से बह नहीं पता है!

चख के देख ली दुनिया भर की शराब की बोतलें, जो नशा तेरी आँखों में था वो किसी में नहीं..

चख के देख ली दुनिया भर की शराब की बोतलें, जो नशा तेरी आँखों में था वो किसी में नहीं..

लाखों सदमें ढेरों ग़म, फिर भी नहीं हैं आंखें नम इक मुद्दत से रोए नहीं, क्या पत्थर के हो गए हम!

लाखों सदमें ढेरों ग़म, फिर भी नहीं हैं आंखें नम इक मुद्दत से रोए नहीं, क्या पत्थर के हो गए हम!

जब बिखरेगा तेरी गालों पे तेरी आँखों का पानी, तब तुझे एहसास होगा की मोहब्बत किसे कहते है!

जब बिखरेगा तेरी गालों पे तेरी आँखों का पानी, तब तुझे एहसास होगा की मोहब्बत किसे कहते है!