Dard Bhari Shayari in Hindi

तेरी आरज़ू मेरा ख्वाब है, जिसका रास्ता बहुत खराब है, मेरे ज़ख्म का अंदाज़ा न लगा, दिल का हर पन्ना दर्द की किताब है।

तेरी आरज़ू मेरा ख्वाब है, जिसका रास्ता बहुत खराब है, मेरे ज़ख्म का अंदाज़ा न लगा, दिल का हर पन्ना दर्द की किताब है।

खुदा ने पूछा… क्या सजा दूँ तेरे प्यार को, दिल से आवाज आई, मुझसे मोहब्बत हो जाये मेरे प्यार को।

खुदा ने पूछा… क्या सजा दूँ तेरे प्यार को, दिल से आवाज आई, मुझसे मोहब्बत हो जाये मेरे प्यार को।

याद आयेगी हर रोज मगर तुझे आवाज न दूँगी लिखूंगी तेरे ही लिए हर गजल मगर तेरा नाम न लूँगी।

याद आयेगी हर रोज मगर तुझे आवाज न दूँगी लिखूंगी तेरे ही लिए हर गजल मगर तेरा नाम न लूँगी।

लबों पे नाम है जिनका उन्हें कुछ भी खबर नहीं, गजल में दर्द है जिनका उन्हें कुछ भी खबर नहीं।

लबों पे नाम है जिनका उन्हें कुछ भी खबर नहीं, गजल में दर्द है जिनका उन्हें कुछ भी खबर नहीं।

 इस नाजुक दिल से में किसी के लिए, इतनी मोहब्बत आज भी है यारों कि हर रात जब तक, आँखें ना भीग जाये तब नींद नहीं आती…

इस नाजुक दिल से में किसी के लिए, इतनी मोहब्बत आज भी है यारों कि हर रात जब तक, आँखें ना भीग जाये तब नींद नहीं आती…

रोने की सज़ा न रुलाने की सज़ा है; ये दर्द मोहब्बत को निभाने की सज़ा है, हँसते हैं तो आँखों से निकल आते हैं आँसू ये उस शख्स से दिल लगाने की सज़ा है।

रोने की सज़ा न रुलाने की सज़ा है; ये दर्द मोहब्बत को निभाने की सज़ा है, हँसते हैं तो आँखों से निकल आते हैं आँसू ये उस शख्स से दिल लगाने की सज़ा है।

अनजाने में यूँ ही हम दिल गँवा बैठे, इस प्यार में कैसे धोखा खा बैठे, उनसे क्या गिला करें, भूल तो हमारी थी, जो बिना दिल वालों से ही दिल लगा बैठे।

अनजाने में यूँ ही हम दिल गँवा बैठे, इस प्यार में कैसे धोखा खा बैठे, उनसे क्या गिला करें, भूल तो हमारी थी, जो बिना दिल वालों से ही दिल लगा बैठे।

हादसे इंसान के संग मसखरी करने लगे, लफ्ज कागज पर उतर जादूगरी करने लगे, कामयाबी जिसने पाई उनके घर बस गए, जिनके दिल टूटे वो आशिक शायरी करने लगे।

हादसे इंसान के संग मसखरी करने लगे, लफ्ज कागज पर उतर जादूगरी करने लगे, कामयाबी जिसने पाई उनके घर बस गए, जिनके दिल टूटे वो आशिक शायरी करने लगे।

आईना मेरा मेरे अपनों से बढ़कर निकला, जब भी मैं रोया कमबख्त मेरे साथ ही रोया…

आईना मेरा मेरे अपनों से बढ़कर निकला, जब भी मैं रोया कमबख्त मेरे साथ ही रोया…

जो नजर से गुजर जाया करते हैं, वो सितारे अक्सर टूट जाया करते हैं,  कुछ लोग दर्द को बयां नहीं होने देते, बस चुपचाप बिखर जाया करते हैं।

जो नजर से गुजर जाया करते हैं, वो सितारे अक्सर टूट जाया करते हैं, कुछ लोग दर्द को बयां नहीं होने देते, बस चुपचाप बिखर जाया करते हैं।

दिल ही तो था, बस भर गया होगा हमसे।

दिल ही तो था, बस भर गया होगा हमसे।

यह इश्क का जुआ हम भी, खेल चुके हैं दोस्त, रानी किसी और की हुई और, जोकर हम बन गए।

यह इश्क का जुआ हम भी, खेल चुके हैं दोस्त, रानी किसी और की हुई और, जोकर हम बन गए।

दर्द में भी मुस्कुरा देता हूं, अपनों से ही दर्द छुपा लेता हूं।

दर्द में भी मुस्कुरा देता हूं, अपनों से ही दर्द छुपा लेता हूं।

आज हम उनको बेवफा बताकर आए हैं, उनके खतों को पानी में बहाकर आए हैं, कोई निकाल न ले उन्हें पानी से, इसलिए पानी में भी आग लगाकर आए हैं।

आज हम उनको बेवफा बताकर आए हैं, उनके खतों को पानी में बहाकर आए हैं, कोई निकाल न ले उन्हें पानी से, इसलिए पानी में भी आग लगाकर आए हैं।

तरस आता है इन मासूम सी पलकों पर, जब भीग कर कहती है, अब रोया नहीं जाता।

तरस आता है इन मासूम सी पलकों पर, जब भीग कर कहती है, अब रोया नहीं जाता।

खून बन कर मुनासिब नहीं दिल बहे; दिल नहीं मानता कौन दिल से कहे, तेरी दुनिया में आये बहुत दिन रहे, सुख ये पाया कि हमने बहुत दुःख सहे।

खून बन कर मुनासिब नहीं दिल बहे; दिल नहीं मानता कौन दिल से कहे, तेरी दुनिया में आये बहुत दिन रहे, सुख ये पाया कि हमने बहुत दुःख सहे।

तलाश कर मेरी कमी को अपने दिल में ऐ हमदम, दर्द हो तो समझ लेना कि मोहब्बत अब भी बाकी है।

तलाश कर मेरी कमी को अपने दिल में ऐ हमदम, दर्द हो तो समझ लेना कि मोहब्बत अब भी बाकी है।

ये तो बस वही जान सकता है, मेरी तन्हाई का आलम, जिसने जिंदगी में किसी को, पाने से पहले खोया हो।

ये तो बस वही जान सकता है, मेरी तन्हाई का आलम, जिसने जिंदगी में किसी को, पाने से पहले खोया हो।

हँसते हुए ज़ख्मों को भुलाने लगे हैं हम; हर दर्द के निशान मिटाने लगे हैं हम, अब और कोई ज़ुल्म सताएगा क्या भला; ज़ुल्मों सितम को अब तो सताने लगे हैं हम।

हँसते हुए ज़ख्मों को भुलाने लगे हैं हम; हर दर्द के निशान मिटाने लगे हैं हम, अब और कोई ज़ुल्म सताएगा क्या भला; ज़ुल्मों सितम को अब तो सताने लगे हैं हम।

न जाने कौन सा आँसू मेरा राज खोल दे, हम इस ख्याल से नजरें झुकाए बैठे हैं।

न जाने कौन सा आँसू मेरा राज खोल दे, हम इस ख्याल से नजरें झुकाए बैठे हैं।

 मेरे किस्मत की किताब तो खूब लिखी थी खुदा ने, मुझसे बस वही पन्ना गुम हो गया जिसमें तेरा जिक्र होना था…

मेरे किस्मत की किताब तो खूब लिखी थी खुदा ने, मुझसे बस वही पन्ना गुम हो गया जिसमें तेरा जिक्र होना था…

संवर रही है अब वो किसी और के लिए, पर मैं बिखर रहा हूं, आज भी उसी के लिए।

संवर रही है अब वो किसी और के लिए, पर मैं बिखर रहा हूं, आज भी उसी के लिए।

मेरा ख़याल ज़ेहन से मिटा भी न सकोगे, एक बार जो तुम मेरे गम से मिलोगे, तो सारी उम्र मुस्करा न सकोगे।

मेरा ख़याल ज़ेहन से मिटा भी न सकोगे, एक बार जो तुम मेरे गम से मिलोगे, तो सारी उम्र मुस्करा न सकोगे।

बहुत मतलबी हैं यहाँ के लोग, पहले आदत बनाते है, फिर करीब आते हैं, और जब प्यार हो जाये तो, छोड़ कर चले जाते हैं।

बहुत मतलबी हैं यहाँ के लोग, पहले आदत बनाते है, फिर करीब आते हैं, और जब प्यार हो जाये तो, छोड़ कर चले जाते हैं।

काश वो समझते इस दिल की तड़प को तो यूँ हमें, रुसवा ना किया होता उनकी ये बेरुखी भी, मंजूर थी हमें बस एक बार हमें समझ लिया होता…

काश वो समझते इस दिल की तड़प को तो यूँ हमें, रुसवा ना किया होता उनकी ये बेरुखी भी, मंजूर थी हमें बस एक बार हमें समझ लिया होता…

हम तो हँसते हैं, दूसरों को हँसाने के लिए वरना जख्म इतने है, कि ठीक से रोया भी नहीं जाता।

हम तो हँसते हैं, दूसरों को हँसाने के लिए वरना जख्म इतने है, कि ठीक से रोया भी नहीं जाता।

दिल के टूटने से नही होती है आवाज़, आंसू के बहने का नही होता है अंदाज़, गम का कभी भी हो सकता है आगाज़, और दर्द के होने का तो बस होता है एहसास।

दिल के टूटने से नही होती है आवाज़, आंसू के बहने का नही होता है अंदाज़, गम का कभी भी हो सकता है आगाज़, और दर्द के होने का तो बस होता है एहसास।

आज रास्ते में कुछ प्यार के खत मुझे टुकड़ो में मिले, शायद फिर किसी गरीब के मोहब्बत का तमाशा हो गया।

आज रास्ते में कुछ प्यार के खत मुझे टुकड़ो में मिले, शायद फिर किसी गरीब के मोहब्बत का तमाशा हो गया।

रीत है ना जाने कैसी ये जमाने की, सजा मिलती है यहाँ दिल लगाने की। ना बिठाओ किसी को दिल में इतना कि, फिर दुआ मांगनी पड़े उसे भूल जाने की।

रीत है ना जाने कैसी ये जमाने की, सजा मिलती है यहाँ दिल लगाने की। ना बिठाओ किसी को दिल में इतना कि, फिर दुआ मांगनी पड़े उसे भूल जाने की।

वो रात दर्द और सितम की रात होगी, जिस रात रुखसत उनकी बारात होगी, उठ जाता हूँ मैं ये सोचकर नींद से अक्सर, कि एक गैर की बाहों में मेरी सारी कायनात होगी।

वो रात दर्द और सितम की रात होगी, जिस रात रुखसत उनकी बारात होगी, उठ जाता हूँ मैं ये सोचकर नींद से अक्सर, कि एक गैर की बाहों में मेरी सारी कायनात होगी।

शायद वो वाकिफ था मेरी परेशानियों से, वरना तोहफे में जहर कौन देता है…

शायद वो वाकिफ था मेरी परेशानियों से, वरना तोहफे में जहर कौन देता है…

 खेलना अच्छा नहीं, किसी के नाजुक दिल से, दर्द जान जाओगे जब, कोई खेलेगा तुम्हारे दिल से।

खेलना अच्छा नहीं, किसी के नाजुक दिल से, दर्द जान जाओगे जब, कोई खेलेगा तुम्हारे दिल से।

दर्द कितना है बता नहीं सकते, ज़ख़्म कितने हैं दिखा नहीं सकते, आँखों से समझ सको तो समझ लो, आँसू गिरे हैं कितने गिना नहीं सकते।

दर्द कितना है बता नहीं सकते, ज़ख़्म कितने हैं दिखा नहीं सकते, आँखों से समझ सको तो समझ लो, आँसू गिरे हैं कितने गिना नहीं सकते।

उसकी दर्द भरी आँखों ने जिस जगह कहा था अलविदा, आज भी वही खड़ा है दिल उसके आने के इंतजार में…

उसकी दर्द भरी आँखों ने जिस जगह कहा था अलविदा, आज भी वही खड़ा है दिल उसके आने के इंतजार में…

सोचता था… दर्द की दौलत से, एक मैं ही मालामाल हूँ, देखा गौर से तो, हर कोई रईस निकला।

सोचता था… दर्द की दौलत से, एक मैं ही मालामाल हूँ, देखा गौर से तो, हर कोई रईस निकला।

वो करीब ही न आये तो इज़हार क्या करते, खुद बने निशाना तो शिकार क्या करते, मर गए पर खुली रखी आँखें, इससे ज्यादा किसी का इंतजार क्या करते।

वो करीब ही न आये तो इज़हार क्या करते, खुद बने निशाना तो शिकार क्या करते, मर गए पर खुली रखी आँखें, इससे ज्यादा किसी का इंतजार क्या करते।

दुनिया बड़ी जालिम है हर बात छिपानी पड़ती है, दिल में दर्द होता है फिर भी होठों पर हंसी लानी पड़ती है…

दुनिया बड़ी जालिम है हर बात छिपानी पड़ती है, दिल में दर्द होता है फिर भी होठों पर हंसी लानी पड़ती है…

कैसे बयाँ करूँ अपने दर्द को, सुनने वाले बहुत हैं, पर महसूस करने वाला कोई नहीं।

कैसे बयाँ करूँ अपने दर्द को, सुनने वाले बहुत हैं, पर महसूस करने वाला कोई नहीं।

ज़ख्म जब मेरे सीने के भर जाएंगे, आंसू भी मोती बन के बिखर जाएंगे, ये मत पूछना किसने दर्द दिया, वरना कुछ अपनों के सर झुक जाएंगे।

ज़ख्म जब मेरे सीने के भर जाएंगे, आंसू भी मोती बन के बिखर जाएंगे, ये मत पूछना किसने दर्द दिया, वरना कुछ अपनों के सर झुक जाएंगे।

काश कि उसको हम बचपन में ही मांग लेते क्योंकि, बचपन में हर चीज मिल जाती थी बस दो आँसू बहाने से…

काश कि उसको हम बचपन में ही मांग लेते क्योंकि, बचपन में हर चीज मिल जाती थी बस दो आँसू बहाने से…

मैंने कब कहा कि, तुम अच्छे नहीं लगते, लेकिन हाँ अब तुम सच्चे भी नहीं लगते।

मैंने कब कहा कि, तुम अच्छे नहीं लगते, लेकिन हाँ अब तुम सच्चे भी नहीं लगते।

 कांटो सी चुभती है तन्हाई, अंगारों सी सुलगती है तन्हाई, कोई आ कर हम दोनों को ज़रा हँसा दे, मैं रोता हूँ तो रोने लगती है तन्हाई।

कांटो सी चुभती है तन्हाई, अंगारों सी सुलगती है तन्हाई, कोई आ कर हम दोनों को ज़रा हँसा दे, मैं रोता हूँ तो रोने लगती है तन्हाई।

 उनकी ना थी खता हम ही कुछ गलत समझ बैठे यारों, वो हंस कर बात करते थे तो हम इसे मोहब्बत समझ बैठे।

उनकी ना थी खता हम ही कुछ गलत समझ बैठे यारों, वो हंस कर बात करते थे तो हम इसे मोहब्बत समझ बैठे।

निया इतनी जालिम है, हर बात छुपाना पड़ता है, दिल में इतना दर्द है, फिर भी मुस्कुराना पड़ता है।

निया इतनी जालिम है, हर बात छुपाना पड़ता है, दिल में इतना दर्द है, फिर भी मुस्कुराना पड़ता है।

 न वो सपना देखो जो टूट जाये, न वो हाथ थामो जो छूट जाये, मत आने दो किसी को करीब इतना, कि उसके दूर जाने से इंसान खुद से रूठ जाये।

न वो सपना देखो जो टूट जाये, न वो हाथ थामो जो छूट जाये, मत आने दो किसी को करीब इतना, कि उसके दूर जाने से इंसान खुद से रूठ जाये।

 इस बहते दर्द को मत रोको,ये तो सजा है किसी के इन्तजार की, लोग इन्हे आँसू कहे या दीवानगी, पर ये तो निशानी है किसी के प्यार की…

इस बहते दर्द को मत रोको,ये तो सजा है किसी के इन्तजार की, लोग इन्हे आँसू कहे या दीवानगी, पर ये तो निशानी है किसी के प्यार की…

तुम बात नहीं करोगे तो, ऐसे में मैं मर जरुर जाऊंगी, तुम रहोगे ऐसे ही खफा हमसे, कुछ ना कुछ जरुर कर जाऊंगी।

तुम बात नहीं करोगे तो, ऐसे में मैं मर जरुर जाऊंगी, तुम रहोगे ऐसे ही खफा हमसे, कुछ ना कुछ जरुर कर जाऊंगी।

एक लफ्ज़ उनको सुनाने के लिए, कितने अल्फ़ाज़ लिखे हमने ज़माने के लिए, उनका मिलना ही मुक़द्दर में न था, वर्ना क्या कुछ नहीं किया उनको पाने के लिए।

एक लफ्ज़ उनको सुनाने के लिए, कितने अल्फ़ाज़ लिखे हमने ज़माने के लिए, उनका मिलना ही मुक़द्दर में न था, वर्ना क्या कुछ नहीं किया उनको पाने के लिए।

अभी तो और लिखे जायेंगे मेरे बदनामी के किस्से, अभी तो एक आखिरी मुलाकात बाकी है।

अभी तो और लिखे जायेंगे मेरे बदनामी के किस्से, अभी तो एक आखिरी मुलाकात बाकी है।

हर गली हर जगह दीया जलाना, हर बाग में फूल खिलाना, इस दुनिया में सब कुछ कर लेना, सिर्फ हम से मोहब्बत मत कर लेना।

हर गली हर जगह दीया जलाना, हर बाग में फूल खिलाना, इस दुनिया में सब कुछ कर लेना, सिर्फ हम से मोहब्बत मत कर लेना।

शक तो था कि मोहब्बत में नुकसान होगा, यकीन तो न था कि सारा हमारा ही होगा!

शक तो था कि मोहब्बत में नुकसान होगा, यकीन तो न था कि सारा हमारा ही होगा!

दर्द कितना है बता नहीं सकते, ज़ख़्म कितने हैं दिखा नहीं सकते, आँखों से समझ सको तो समझ लो, आँसू गिरे हैं कितने गिना नहीं सकते।

दर्द कितना है बता नहीं सकते, ज़ख़्म कितने हैं दिखा नहीं सकते, आँखों से समझ सको तो समझ लो, आँसू गिरे हैं कितने गिना नहीं सकते।