Umeed Shayari, Status, and Images in Hindi

Best Umeed Shayari, Status, Messages, and Quotes With Images in Hindi.

Heart Touching Umeed Shayari

इज्जत इतनी महंगी चीज है साहब इसकी उम्मीद घटिया लोगों से बिल्कुल भी ना करें !

न मंज़िल है, न मंज़िल की है कोई दूर तक उम्मीद, ये किस रस्ते पे मुझको मेरा रहबर लेके आया है।

कम से कम मौत से ऐसी मुझे उम्मीद नहीं ज़िंदगी ने तो धोके पे दिया है धोका !

तेरे जहान में ऐसा नहीं कि प्यार न हो, जहाँ उम्मीद हो इसकी वहाँ नहीं मिलता।

उम्मीद से बढ़कर निकली तू पगली सोचा था दिल तोड़ेगी पर तूने तो मुझे ही तोड़ कर रख दिया !

अब वफा की उम्मीद भी किस से करे भला, मिटटी के बने लोग कागजो मे बिक जाते है।

काश तुम भी कभी जोर से गले लगा कर कहो डरते क्यों हो पागल तुम्हारी ही तो हूं !

उम्मीद की किरण के सिवा कुछ नहीं यहाँ, इस घर में रौशनी का बस यही इंतज़ाम है।

मेरे जुनूँ का नतीजा ज़रूर निकलेगा इसी सियाह समुंदर से नूर निकलेगा !

हजारो उम्मीदें बंधती हैं, एक निगाह पर, मुझको न ऐसे प्यार से, देखा करे कोई।

खुश रहने का एक सीधा मंत्र यह है की उम्मीद अपने आप से रखो किसी और से नहीं !

अब के उम्मीद के शोले से भी आँखें न जलीं, जाने किस मोड़ पे ले आई मोहब्बत हमको।

दिल ना-उमीद तो नहीं नाकाम ही तो है लम्बी है ग़म की शाम मगर शाम ही तो है !

तुम भुला दो मुझे ये तुम्हारी अपनी हिम्मत है, पर मुझसे तुम ये उम्मीद जिन्दगी भर मत रखना।

उम्मीद तो बाँध जाती तस्कीन तो हो जाती, वादा ना वफ़ा करते वादा तो किया होता।

तेरे वादों पे कहाँ तक मेरा दिल फ़रेब खाए कोई ऐसा कर बहाना मेरी आस टूट जाए !

कटी हुई टहनिया कहा पर छाव देती हैं, हद से ज्यादा उम्मीदें हमेशा घाव ही देती हैं।

आरज़ू हसरत उम्मीद शिकायत आँसू इक तेरा ज़िक्र था और बीच में क्या क्या निकला !

तकलीफ खुद की कम हो गई जब अपनों से उम्मीद कम हो गई !

दिल सा, दिल से, दिल के पास रहे तू, बस यही उम्मीद है के खास रहे तू।

प्यार तो जी भर कर करो बस उम्मीद मत रखना क्योंकि तकलीफ मोहब्बत नहीं उम्मीदें देती है !

सुना है हमने भी, उम्मीद पे जीता है जमाना, क्या करे वो जिसकी कोई उम्मीद ही न हो।

राहत बेसबब रूठ जाती है क्यूँ हर तरफ उम्मीद टूट जाती है !

मिलने की उम्मीद तो नहीं है तुमसे लेकिन कैसे कह दूँ इंतजार नहीं !

Umeed Shayari Images - Download and Share

इज्जत इतनी महंगी चीज है साहब इसकी उम्मीद घटिया लोगों से बिल्कुल भी ना करें !
न मंज़िल है, न मंज़िल की है कोई दूर तक उम्मीद, ये किस रस्ते पे मुझको मेरा रहबर लेके आया है।
कम से कम मौत से ऐसी मुझे उम्मीद नहीं ज़िंदगी ने तो धोके पे दिया है धोका !
तेरे जहान में ऐसा नहीं कि प्यार न हो, जहाँ उम्मीद हो इसकी वहाँ नहीं मिलता।
उम्मीद से बढ़कर निकली तू पगली सोचा था दिल तोड़ेगी पर तूने तो मुझे ही तोड़ कर रख दिया !
अब वफा की उम्मीद भी किस से करे भला, मिटटी के बने लोग कागजो मे बिक जाते है।
काश तुम भी कभी जोर से गले लगा कर कहो डरते क्यों हो पागल तुम्हारी ही तो हूं !
उम्मीद की किरण के सिवा कुछ नहीं यहाँ, इस घर में रौशनी का बस यही इंतज़ाम है।
मेरे जुनूँ का नतीजा ज़रूर निकलेगा इसी सियाह समुंदर से नूर निकलेगा !
हजारो उम्मीदें बंधती हैं, एक निगाह पर, मुझको न ऐसे प्यार से, देखा करे कोई।
खुश रहने का एक सीधा मंत्र यह है की उम्मीद अपने आप से रखो किसी और से नहीं !
अब के उम्मीद के शोले से भी आँखें न जलीं, जाने किस मोड़ पे ले आई मोहब्बत हमको।
दिल ना-उमीद तो नहीं नाकाम ही तो है लम्बी है ग़म की शाम मगर शाम ही तो है !
तुम भुला दो मुझे ये तुम्हारी अपनी हिम्मत है, पर मुझसे तुम ये उम्मीद जिन्दगी भर मत रखना।
उम्मीद तो बाँध जाती तस्कीन तो हो जाती, वादा ना वफ़ा करते वादा तो किया होता।
तेरे वादों पे कहाँ तक मेरा दिल फ़रेब खाए कोई ऐसा कर बहाना मेरी आस टूट जाए !
कटी हुई टहनिया कहा पर छाव देती हैं, हद से ज्यादा उम्मीदें हमेशा घाव ही देती हैं।
आरज़ू हसरत उम्मीद शिकायत आँसू इक तेरा ज़िक्र था और बीच में क्या क्या निकला !
तकलीफ खुद की कम हो गई जब अपनों से उम्मीद कम हो गई !
दिल सा, दिल से, दिल के पास रहे तू, बस यही उम्मीद है के खास रहे तू।
प्यार तो जी भर कर करो बस उम्मीद मत रखना क्योंकि तकलीफ मोहब्बत नहीं उम्मीदें देती है !
सुना है हमने भी, उम्मीद पे जीता है जमाना, क्या करे वो जिसकी कोई उम्मीद ही न हो।
राहत बेसबब रूठ जाती है क्यूँ हर तरफ उम्मीद टूट जाती है !
मिलने की उम्मीद तो नहीं है तुमसे लेकिन कैसे कह दूँ इंतजार नहीं !