Aawargi Bhari Shayari in Hindi – Emotional Aawargi Status

आवारगी सिर्फ बेमकसद घूमना नहीं होती — ये उस दिल की कहानी होती है जो कहीं टिक कर सुकून नहीं पा सका।
जब ज़िंदगी बार-बार तोड़ती है, जब लोग समझने की जगह सवाल करने लगते हैं,
तो इंसान खुद को भीड़ से काटकर उन रास्तों पर चल पड़ता है जहाँ सिर्फ ख़ामोशी और सोच साथ चलती है।
Aawargi Bhari Shayari उन्हीं भटके लम्हों की आवाज़ है — जहाँ न ठिकाना है, न मंज़िल… बस एक चलती हुई तन्हा रूह है।

बहुत से लोग मुस्कुरा कर जीते हैं, लेकिन अंदर से वो टूटे हुए होते हैं —
उनका हँसना भी एक आदत बन जाता है और अकेले चलना एक मजबूरी।
जब किसी का साथ न मिले, जब अपने भी अजनबी हो जाएँ,
तो आवारगी वो रास्ता बन जाती है जहाँ कम से कम कोई सवाल नहीं करता — और शायरी वो ज़ुबान बनती है जो सबकुछ कह देती है।

इस ब्लॉग में हम लाए हैं सबसे सच्चे जज़्बातों से भरी हुई Emotional Aawargi Bhari Shayari in Hindi,
जो उन दिलों के लिए है जो तन्हा हैं, मगर मजबूत हैं… जो खोए हुए हैं, लेकिन खुद में गुम होकर जीना सीख गए हैं।
क्योंकि कभी-कभी सबसे ज़्यादा शांति उसी सफर में होती है, जिसका कोई अंत नहीं होता।

मैं तो हूँ आवारा, अपनी माँ का दुलारा दोस्तों को जान से प्यारा, पापा की आँखों का तारा।

मैं तो हूँ आवारा, अपनी माँ का दुलारा दोस्तों को जान से प्यारा, पापा की आँखों का तारा।

आवारा लफ्ज़ो को पनाह देकर उन लफ़्ज़ों की शायरी बना देंगे खूबसूरत खयालों को क़ैद कर उनके गीत बना देंगे।

आवारा लफ्ज़ो को पनाह देकर उन लफ़्ज़ों की शायरी बना देंगे खूबसूरत खयालों को क़ैद कर उनके गीत बना देंगे।

आवारा लड़का हूँ सब ये कहते है बात बात पे मेरी ना जाने क्यों मुझसे जालते है.

आवारा लड़का हूँ सब ये कहते है बात बात पे मेरी ना जाने क्यों मुझसे जालते है.

 ना शाखों ने जगह दी, ना हवाओं ने बख्शा. मैं हूँ टुटा हुआ पत्ता, आवारा ना बनता तो क्या करता?

ना शाखों ने जगह दी, ना हवाओं ने बख्शा. मैं हूँ टुटा हुआ पत्ता, आवारा ना बनता तो क्या करता?

हम  अपने बाप के पैसों से घूमते है लोग आवारा बोल बोल के हमें अपनी औकात भूलते है ।

हम अपने बाप के पैसों से घूमते है लोग आवारा बोल बोल के हमें अपनी औकात भूलते है ।

 खौफ तो आवारा कुत्ते भी मचा देते है, पर दशहत हमेशा शेर की ही रहती हैं।

खौफ तो आवारा कुत्ते भी मचा देते है, पर दशहत हमेशा शेर की ही रहती हैं।

आवारापन मुझे बहुत पसंद है आवारगी का अपना मजा ही अलग है ।

आवारापन मुझे बहुत पसंद है आवारगी का अपना मजा ही अलग है ।

बहुत तनहा गुज़ारे दिन और रात बस हमेशा थी आवारगी मेरे साथ.।

बहुत तनहा गुज़ारे दिन और रात बस हमेशा थी आवारगी मेरे साथ.।

ऐ ज़िन्दगी किस ओर ले चली हो मुझे, ये आवारगी तो मुझको खराब कर गयी।

ऐ ज़िन्दगी किस ओर ले चली हो मुझे, ये आवारगी तो मुझको खराब कर गयी।

मैं और मेरी आवारगी दोनों एक दूसरे की साथी है, अब और कोई तीसरा हमारे बीच नहीं बाकी है।

मैं और मेरी आवारगी दोनों एक दूसरे की साथी है, अब और कोई तीसरा हमारे बीच नहीं बाकी है।

 हमें ज़माना सारा कभी भूल नहीं पायेगा आवारगी हमारी तरह कोई नहीं कर पायेगा।

हमें ज़माना सारा कभी भूल नहीं पायेगा आवारगी हमारी तरह कोई नहीं कर पायेगा।

हम दिल फेंंक आशिक़ है  कहाँ किसी की सुनते है, जो चाहता है दिल हमारा  हम बस उसकी ही सुनते है ।

हम दिल फेंंक आशिक़ है कहाँ किसी की सुनते है, जो चाहता है दिल हमारा हम बस उसकी ही सुनते है ।

हमें आवारगी शहर की  गली गली घूमाती है   हमें आवारगी ही  दुनिया से अलग बनाती है.

हमें आवारगी शहर की गली गली घूमाती है हमें आवारगी ही दुनिया से अलग बनाती है.

दिल बेचारा था, प्यार का मारा था घूमता था गलियोंं में,क्यों की वो आवारा था ।

दिल बेचारा था, प्यार का मारा था घूमता था गलियोंं में,क्यों की वो आवारा था ।

तेरे बाद किसी को प्यार से ना देखा हमने, हमें इश्क का शौक है आवारगी का नहीं।

तेरे बाद किसी को प्यार से ना देखा हमने, हमें इश्क का शौक है आवारगी का नहीं।

उम्र प्यार की है तो प्यार करेंगे लोग आवारा बोल कर हमें यूँही बदनाम करेगे.।

उम्र प्यार की है तो प्यार करेंगे लोग आवारा बोल कर हमें यूँही बदनाम करेगे.।

दिल है हमारा प्यार का मारा नहीं है शौक है हमें घूमने का , हम आवारा नहीं है.।

दिल है हमारा प्यार का मारा नहीं है शौक है हमें घूमने का , हम आवारा नहीं है.।

 ये मोहब्बत तो मर्ज़ ही बुढ़ापे का है दोस्तो, जवानी में हमें फुर्सत ही कहाँ आवारगी से।।

ये मोहब्बत तो मर्ज़ ही बुढ़ापे का है दोस्तो, जवानी में हमें फुर्सत ही कहाँ आवारगी से।।

शहर की भीड़ से, गांव की तन्हाई प्यारी है ज़िन्दगी हमने अपनी आवारगी में गुज़री है।

शहर की भीड़ से, गांव की तन्हाई प्यारी है ज़िन्दगी हमने अपनी आवारगी में गुज़री है।

हम दिल के  बाज़ीगर है, दिल के सौदे करते है आवारगी भी  बस, अपने शौक के लिए करते है ।

हम दिल के बाज़ीगर है, दिल के सौदे करते है आवारगी भी बस, अपने शौक के लिए करते है ।

आवारगी की जिंदगी तो जिंदगी भर चलती रही, कहीं पर भी मगर इश्क का बसेरा नहीं निकला।

आवारगी की जिंदगी तो जिंदगी भर चलती रही, कहीं पर भी मगर इश्क का बसेरा नहीं निकला।

 फालतू शोर से ख़ामोशी अच्छी है, झूठी शराफत से आवारगी अच्छी है।

फालतू शोर से ख़ामोशी अच्छी है, झूठी शराफत से आवारगी अच्छी है।

हमें ज़माना  सारा कभी भूल नहीं पायेगा आवारगी हमारी तरह कोई नहीं कर पायेगा।

हमें ज़माना सारा कभी भूल नहीं पायेगा आवारगी हमारी तरह कोई नहीं कर पायेगा।

रात दिन आवारगी होने लगी तुम मिले तो शायरी होने लगी

रात दिन आवारगी होने लगी तुम मिले तो शायरी होने लगी

हम दिल के बाज़ीगर है दिल के सौदे करते है, आवारगी भी बस अपने शौक के लिए करते है।

हम दिल के बाज़ीगर है दिल के सौदे करते है, आवारगी भी बस अपने शौक के लिए करते है।

बात कम दिमाग गरम रखते है हम अपने दिल को नरम रखते है।

बात कम दिमाग गरम रखते है हम अपने दिल को नरम रखते है।