Mohabbat Shayari in Hindi – दिल की आवाज़, अल्फ़ाज़ों में

मोहब्बत सिर्फ एक एहसास नहीं, वो रूह से जुड़ा रिश्ता होता है।
जब दो दिल बिना कहे एक-दूसरे को समझने लगते हैं, तब हर धड़कन एक दुआ बन जाती है और हर खामोशी में भी एक मीठा सा जादू छुपा होता है।
Mohabbat Shayari in Hindi उन्हीं जज़्बातों की आवाज़ है, जो अल्फ़ाज़ों में ढलकर दिल से दिल तक पहुँचती है।

इश्क़ में ना कोई सीमा होती है, ना कोई शर्त — बस सच्चाई होती है, वफ़ा होती है और एक बेइंतिहा चाहत होती है।
जब मोहब्बत लफ़्ज़ों में बयां होती है, तो वो शायरी बन जाती है — ऐसी शायरी जो किसी की आंखों में आंसू ला सकती है, और किसी के चेहरे पर मुस्कान।
हर लाइन, हर शब्द एक दास्तान होती है — कभी अधूरी, कभी पूरी… लेकिन हमेशा सच्ची।

इस ब्लॉग में हम आपके लिए लाए हैं सबसे हसीन, सबसे सच्चे और सबसे गहराई से लिखे हुए Mohabbat Bhari Shayari,
जो न सिर्फ आपके दिल की बात कहेगी, बल्कि उस इंसान तक भी पहुँचेगी जिसे आप दिल से चाहते हैं।
क्योंकि जब मोहब्बत को लफ़्ज़ मिलते हैं, तब वो सिर्फ शायरी नहीं रहती… वो दिल की धड़कन बन जाती है।

दिल की हसरत जुबां पे आने लगी तूने देखा और ज़िन्दगी मुस्कुराने लगी यह इश्क की इंतेहा थी या दीवानगी मेरी हर सूरत में  तेरी सूरत नजर आने लगी!

दिल की हसरत जुबां पे आने लगी तूने देखा और ज़िन्दगी मुस्कुराने लगी यह इश्क की इंतेहा थी या दीवानगी मेरी हर सूरत में तेरी सूरत नजर आने लगी!

जब हमने उनसे पूछा सपना क्या होता है, तो उन्होंने कहा बंद आँखों में जो अपना होता है, खुली आँखों में वही सपना होता है।

जब हमने उनसे पूछा सपना क्या होता है, तो उन्होंने कहा बंद आँखों में जो अपना होता है, खुली आँखों में वही सपना होता है।

कदमों की दूरी से दिलो के फासले नहीं बढ़ते, दूर होने से एहसास नहीं मरते, कुछ कदमों का फासला ही सहीं हमारे बीच, लेकिन ऐसा कोई पल नहीं जब हम आपको याद नहीं करते।

कदमों की दूरी से दिलो के फासले नहीं बढ़ते, दूर होने से एहसास नहीं मरते, कुछ कदमों का फासला ही सहीं हमारे बीच, लेकिन ऐसा कोई पल नहीं जब हम आपको याद नहीं करते।

टूट जाते हम भी पत्थर की तरह अगर तुम्हारी मोहब्बत ने हमे सभाला न होता!

टूट जाते हम भी पत्थर की तरह अगर तुम्हारी मोहब्बत ने हमे सभाला न होता!

मोहब्बत वहाँ होती है जहाँ विश्वास होता है शक की बुनियाद से ही मोहब्बत बरबाद होती है!

मोहब्बत वहाँ होती है जहाँ विश्वास होता है शक की बुनियाद से ही मोहब्बत बरबाद होती है!

ऐ सनम जिसने तुझे चाँद सी सूरत दी है, उस ही मालिक ने मुझे भी तो मोहब्बत दी है!

ऐ सनम जिसने तुझे चाँद सी सूरत दी है, उस ही मालिक ने मुझे भी तो मोहब्बत दी है!

मेरी मोहब्बत का बस इतना सा फ़साना है एक मेरा दिल है और उसमें तुम्हे बसाना है !

मेरी मोहब्बत का बस इतना सा फ़साना है एक मेरा दिल है और उसमें तुम्हे बसाना है !

एक बार दर्द-ए-दिल ख़तम कर दे ए खुदा, वादा करता हु दुबारा मोहब्बत ना करूँगा.

एक बार दर्द-ए-दिल ख़तम कर दे ए खुदा, वादा करता हु दुबारा मोहब्बत ना करूँगा.

देख कर मुझको दूर से ही वो मुस्कुराने लगे अब तो वो भी हमसे इश्क फरमाने लगे !

देख कर मुझको दूर से ही वो मुस्कुराने लगे अब तो वो भी हमसे इश्क फरमाने लगे !

कुछ लोग पसंद करने लगे हैं अल्फाज मेरे, मतलब मोहब्बत में बरबाद और भी हुए हैं!

कुछ लोग पसंद करने लगे हैं अल्फाज मेरे, मतलब मोहब्बत में बरबाद और भी हुए हैं!

ऐ मोहब्बत, तुझे पाने की कोई राह नहीं, तू तो उसे ही मिलेगी जिसे तेरी परवाह नहीं...

ऐ मोहब्बत, तुझे पाने की कोई राह नहीं, तू तो उसे ही मिलेगी जिसे तेरी परवाह नहीं...

वो जिस दिन करेगा याद मेरी मोहब्बत को, रोयेगा बहुत खुद को बेवफा कह कर!

वो जिस दिन करेगा याद मेरी मोहब्बत को, रोयेगा बहुत खुद को बेवफा कह कर!

तुम साथ हो, तो दुनिया अपनी सी लगती, वरना सीने में साँसें भी, पराई सी लगती हैं।

तुम साथ हो, तो दुनिया अपनी सी लगती, वरना सीने में साँसें भी, पराई सी लगती हैं।

मुझे अब जरूरत नही किसी और के इश्क की तुम्हारी यादे मुझे इस कदर सताती है !

मुझे अब जरूरत नही किसी और के इश्क की तुम्हारी यादे मुझे इस कदर सताती है !

अगर चाहो किसी को पूरी शिद्दत से तो कायनात भी झुकती है सच्ची मोहब्बत के आगे जमाने की कहां चलती है !

अगर चाहो किसी को पूरी शिद्दत से तो कायनात भी झुकती है सच्ची मोहब्बत के आगे जमाने की कहां चलती है !

इश्क मेरा मुकम्मल नही है मगर आज भी तुमसे मोहब्बत बेइंतहा है !

इश्क मेरा मुकम्मल नही है मगर आज भी तुमसे मोहब्बत बेइंतहा है !

कितनी छोटी सी है ये जन्नत मेरी, एक मैं हूँ और एक महोब्बत मेरी!

कितनी छोटी सी है ये जन्नत मेरी, एक मैं हूँ और एक महोब्बत मेरी!

मुहब्बत तो दिल देकर, की जाती है मेरे दोस्तों, चेहरा देखकर तो लोग, सिर्फ सौदा करते हैँ!

मुहब्बत तो दिल देकर, की जाती है मेरे दोस्तों, चेहरा देखकर तो लोग, सिर्फ सौदा करते हैँ!

सब तुझे चाहते होंगे, तेरा साथ पाने के लिए, मैं तुझे चाहता हूँ, तेरा साथ देने के लिए!

सब तुझे चाहते होंगे, तेरा साथ पाने के लिए, मैं तुझे चाहता हूँ, तेरा साथ देने के लिए!

कैसे ये कह दूं की तुमसे मोहब्बत नहीं, मुँह से निकला झूठ.आँखों से पकड़ा जायेगा !

कैसे ये कह दूं की तुमसे मोहब्बत नहीं, मुँह से निकला झूठ.आँखों से पकड़ा जायेगा !

ये सोचकर हमने ख़ुद को बेरंग रखा है, सुना है सादगी ही मोहब्बत की रूह होती है!

ये सोचकर हमने ख़ुद को बेरंग रखा है, सुना है सादगी ही मोहब्बत की रूह होती है!

मोहब्बत और भी बढ़ जाती है जुदा होने से, तुम सिर्फ मेरे हो इस बात का ख्याल रखना...

मोहब्बत और भी बढ़ जाती है जुदा होने से, तुम सिर्फ मेरे हो इस बात का ख्याल रखना...

बस रिश्ता ही तो टूटा है मोहब्बत ​तो आज भी हमे उनसे ही है !

बस रिश्ता ही तो टूटा है मोहब्बत ​तो आज भी हमे उनसे ही है !

जब हो जाये मेरी मोहब्बत पे एतबार. तो लौट आना हम आज भी तेरे इन्तजार में हैं !

जब हो जाये मेरी मोहब्बत पे एतबार. तो लौट आना हम आज भी तेरे इन्तजार में हैं !

बर्बाद तो मैं भी नही बस, आबाद होने की देरी हैं, कमी तो कुछ नही बस, तेरे आने की देरी हैं!

बर्बाद तो मैं भी नही बस, आबाद होने की देरी हैं, कमी तो कुछ नही बस, तेरे आने की देरी हैं!

तुमसे कितनी मोहब्बत है मालूम नहीं मगर मुझे लोग आज भी तेरी कसम देकर मना लेते है!

तुमसे कितनी मोहब्बत है मालूम नहीं मगर मुझे लोग आज भी तेरी कसम देकर मना लेते है!

देख कर उसको तेरा यूँ पलट जाना, नफरत बता रही है तूने गज़ब की मोहब्बत थी!

देख कर उसको तेरा यूँ पलट जाना, नफरत बता रही है तूने गज़ब की मोहब्बत थी!

जिद मैं छोड़ सकता हूँ, पर तेरी लत कैसे छोड़ दूं, आपको चाहना आदत बन गई है मेरी, ये सिलसिला कैसे तोड़ दूं!

जिद मैं छोड़ सकता हूँ, पर तेरी लत कैसे छोड़ दूं, आपको चाहना आदत बन गई है मेरी, ये सिलसिला कैसे तोड़ दूं!

सुना था मोहब्बत मिलती है मोहब्बत के बदले हमारी बारी आई तो रिवाज हि बदल गया !

सुना था मोहब्बत मिलती है मोहब्बत के बदले हमारी बारी आई तो रिवाज हि बदल गया !

आग सूरज में होती हैं जलना जमीन को पड़ता हैं, मोहब्बत निगाहे करती हैं, तड़पना दिल को पड़ता हैं!

आग सूरज में होती हैं जलना जमीन को पड़ता हैं, मोहब्बत निगाहे करती हैं, तड़पना दिल को पड़ता हैं!

ये रात मेरे कानों में बस इतना कह गयी यार तेरी मोहब्बत अधूरी रह गयी !

ये रात मेरे कानों में बस इतना कह गयी यार तेरी मोहब्बत अधूरी रह गयी !

मेरी मोहब्बत की सच्चाई को तो देख, अब मैं तेरे नाम वालो से भी मोहब्बत से पेश आता हूं!

मेरी मोहब्बत की सच्चाई को तो देख, अब मैं तेरे नाम वालो से भी मोहब्बत से पेश आता हूं!