Izhaar-e-Mohabbat Shayari in Hindi – जब दिल कहे, अब कहना है
कभी-कभी दिल बहुत कुछ कहना चाहता है, लेकिन लफ़्ज़ साथ नहीं देते। आंखें सब कुछ बयां करती हैं, मगर होंठ खामोश रह जाते हैं। मोहब्बत अगर दिल में छुपी रहे तो बस एक अहसास बनकर रह जाती है, लेकिन जब उसका इज़हार हो – तो वो ज़िंदगी बन जाती है। Izhaar-e-Mohabbat यानी उस पल की कहानी जब दिल खुद कह उठता है, "अब और नहीं छुपाना... अब कहना है।"
इस पोस्ट में हम आपके लिए लाए हैं बेहद हसीन और दिल को छू जाने वाली Izhaar-e-Mohabbat Shayari in Hindi, जो उस जज़्बे को शब्दों में ढालती है जिसे आप कब से दिल में सँजोए बैठे हैं। ये शायरी उन सभी के लिए है जो किसी को बेइंतहा चाहते हैं, मगर सही लम्हे की तलाश में थे। हो सकता है, आपकी खामोशी को ये शायरी आज आवाज़ दे दे।
तो अगर आपका दिल भी किसी खास के लिए धड़कता है... तो कह डालिए, क्योंकि मोहब्बत बयां करने से ही मुकम्मल होती है।