Best Kismat Status in Hindi – नसीब की कहानी, अल्फ़ाज़ की ज़ुबानी

क़िस्मत… एक ऐसा शब्द जो हर किसी की ज़िंदगी को कहीं न कहीं छूता है।
कभी ये हमें हमारी उम्मीदों से ज़्यादा दे जाती है, और कभी सब कुछ होते हुए भी खालीपन दे जाती है।
Best Kismat Status in Hindi उसी तक़दीर की अनकही दास्तां है, जहाँ हर अल्फ़ाज़ में कोई सच्चाई, कोई शिकायत और कहीं न कहीं उम्मीद छुपी होती है।

कभी लगता है सब हमारे हाथ में है, और फिर एक पल में क़िस्मत कुछ ऐसा मोड़ लेती है कि सब बदल जाता है।
हम मेहनत करते हैं, सपने बुनते हैं… पर मंज़िल तक पहुँचाने वाला रास्ता कई बार नसीब तय करता है।
और जब दिल में सवाल हो, तो अक्सर जवाब शायरी में मिलते हैं — वो भी दो लफ़्ज़ों में, दिल से निकले हुए।

इस ब्लॉग में हम लाए हैं सबसे सच्चे, गहरे और सोच में डुबो देने वाले Kismat Status in Hindi,
जो आपकी भावनाओं को आवाज़ देंगे, और उस क़िस्मत को भी आईना दिखाएंगे जिसे आप चुपचाप झेल रहे हैं।
क्योंकि तक़दीर चाहे जैसी भी हो, उसे बयां करने का हक़ हर दिल को होता है — और शायरी वही हक़ निभाती है।

मेरी बेपनाह मोहब्बत का नज़राना हो तुम, मेरी चमकी हुई किस्मत का खज़ाना हो तुम।

मेरी बेपनाह मोहब्बत का नज़राना हो तुम, मेरी चमकी हुई किस्मत का खज़ाना हो तुम।

तुम मिले तो यूँ लगा हर दुआ कुबूल हो गयी, काँच सी टूटी किस्मत मेरी हीरों का नूर हो गयी।

तुम मिले तो यूँ लगा हर दुआ कुबूल हो गयी, काँच सी टूटी किस्मत मेरी हीरों का नूर हो गयी।

जिनका मिलना नहीं होता किस्मत में, उनकी यादें कसम से कमाल की होती हैं।

जिनका मिलना नहीं होता किस्मत में, उनकी यादें कसम से कमाल की होती हैं।

अपने हाथों अपनी किस्मत बिगाड़ा हूँ, जिंदगी एक खेल है और मैं अनाड़ी हूँ।

अपने हाथों अपनी किस्मत बिगाड़ा हूँ, जिंदगी एक खेल है और मैं अनाड़ी हूँ।

किस्मत भी उनका साथ देती है, जिनमें कुछ कर गुजरने की हिम्मत होती है।

किस्मत भी उनका साथ देती है, जिनमें कुछ कर गुजरने की हिम्मत होती है।

हँस हँस के जवां दिल के हम क्यों न चुनें टुकडे, हर शख्स की किस्मत में इनाम नहीं होता।

हँस हँस के जवां दिल के हम क्यों न चुनें टुकडे, हर शख्स की किस्मत में इनाम नहीं होता।

कितने सच कितने अफ़साने, कैसी ये रेखाओं की बस्ती है, वही मुकम्मल है ताने बाने, जो ये किस्मत बुना करती है।

कितने सच कितने अफ़साने, कैसी ये रेखाओं की बस्ती है, वही मुकम्मल है ताने बाने, जो ये किस्मत बुना करती है।

लेके अपनी अपनी क़िस्मत, आए थे गुलशन में गुल, कुछ बहारों में खिले, कुछ ख़िज़ाँ में खो गए।

लेके अपनी अपनी क़िस्मत, आए थे गुलशन में गुल, कुछ बहारों में खिले, कुछ ख़िज़ाँ में खो गए।

क़िस्मत वालों को ही मिलती, पनाह मेरे दिल में, यूं तो हर शख़्स को, जन्नत का पता नहीं मिलता|

क़िस्मत वालों को ही मिलती, पनाह मेरे दिल में, यूं तो हर शख़्स को, जन्नत का पता नहीं मिलता|

क़िस्मत वालों को ही मिलती, पनाह मेरे दिल में, यूं तो हर शख़्स को, जन्नत का पता नहीं मिलता!

क़िस्मत वालों को ही मिलती, पनाह मेरे दिल में, यूं तो हर शख़्स को, जन्नत का पता नहीं मिलता!

किस्मत जाग गयी मैं सोता रहा, किस्मत भाग गयी मैं रोता रहा।

किस्मत जाग गयी मैं सोता रहा, किस्मत भाग गयी मैं रोता रहा।

यूँ ही नहीं होती हाथ की, लकीरों के आगे उंगलियाँ, खुदा ने भी किस्मत से, पहले मेहनत लिखी है।

यूँ ही नहीं होती हाथ की, लकीरों के आगे उंगलियाँ, खुदा ने भी किस्मत से, पहले मेहनत लिखी है।

अगर इश्क़ है तो फिक्र भी बेहद होगी, उभर गए तो किस्मत, डूब गए तो चाहत होगी।

अगर इश्क़ है तो फिक्र भी बेहद होगी, उभर गए तो किस्मत, डूब गए तो चाहत होगी।

बदलता नहीं ये किस्मत, कैसी है इसकी फितरत, सोचता हूँ खरीद लू, पर लेता नहीं ये रिश्वत।

बदलता नहीं ये किस्मत, कैसी है इसकी फितरत, सोचता हूँ खरीद लू, पर लेता नहीं ये रिश्वत।

सच देखना भी हर किसी के वश में नहीं होता, इंसान भी बेबस है अपनी किस्मत के आगे।

सच देखना भी हर किसी के वश में नहीं होता, इंसान भी बेबस है अपनी किस्मत के आगे।

किस्मत अपनी अपनी है, किसको क्या सौगात मिले, किसी को खाली सीप मिले, किसी को मोती साथ मिले।

किस्मत अपनी अपनी है, किसको क्या सौगात मिले, किसी को खाली सीप मिले, किसी को मोती साथ मिले।

मोहब्बत की आजमाइश दे दे कर थक गया हू ऐ खुदा, किस्मत मे कोई ऐसा लिख दे, जो मौत तक वफा करे।

मोहब्बत की आजमाइश दे दे कर थक गया हू ऐ खुदा, किस्मत मे कोई ऐसा लिख दे, जो मौत तक वफा करे।

उदास मत हो, जिन्दगी ही है, कट जायेगी, क़िस्मत ही है, किसी दिन पलट जायेगी।

उदास मत हो, जिन्दगी ही है, कट जायेगी, क़िस्मत ही है, किसी दिन पलट जायेगी।

जो क़िस्मत में होगा वो ख़ुद चलकर आएगा, जो नहीं होगा वो पास आकर भी दूर चला जाएगा।

जो क़िस्मत में होगा वो ख़ुद चलकर आएगा, जो नहीं होगा वो पास आकर भी दूर चला जाएगा।

कभी कभी किस्मत भी कमाल कर देता है, रोटी कमाने निकलों तो सिर पर ताज रख देता है।

कभी कभी किस्मत भी कमाल कर देता है, रोटी कमाने निकलों तो सिर पर ताज रख देता है।

किसी को प्यार करना और उसी के प्यार को पाना, ये किसी किस्मत वाले कि किस्मत में ही होता है।

किसी को प्यार करना और उसी के प्यार को पाना, ये किसी किस्मत वाले कि किस्मत में ही होता है।

कुछ लोग किस्मत की तरह होते हैं, जो दुआ से मिलते हैं, और कुछ लोग दुआ की तरह होते हैं, जो किस्मत बदल देते हैं।

कुछ लोग किस्मत की तरह होते हैं, जो दुआ से मिलते हैं, और कुछ लोग दुआ की तरह होते हैं, जो किस्मत बदल देते हैं।

जिनकी किस्मत में लिखा हो रोना, वह मुस्कुरा भी दे तो आंसू निकल आते हैं।

जिनकी किस्मत में लिखा हो रोना, वह मुस्कुरा भी दे तो आंसू निकल आते हैं।

मेरी क़िस्मत की लड़ाई में खुद लड़ूंगा, चाहें वो मिले ना मिले, मेरी ज़िन्दगी है मैं खुद जीऊंगा।

मेरी क़िस्मत की लड़ाई में खुद लड़ूंगा, चाहें वो मिले ना मिले, मेरी ज़िन्दगी है मैं खुद जीऊंगा।

तकलीफ ये नहीं की किस्मत ने मुझे धोखा दिया, मेरा यकीन तुम पर था किस्मत पर नही।

तकलीफ ये नहीं की किस्मत ने मुझे धोखा दिया, मेरा यकीन तुम पर था किस्मत पर नही।

हैरान हो जाएंगे देखकर दुनिया वाले मेरी बरक़त को, कुछ इस कदर बदल देंगे हम अपनी किस्मत को।

हैरान हो जाएंगे देखकर दुनिया वाले मेरी बरक़त को, कुछ इस कदर बदल देंगे हम अपनी किस्मत को।

अब किस्मत पर कैसा भरोसा जनाब, जब जान से प्यारे लोग बदल गए, तो किस्मत भी एक दिन बदल जाएगी।

अब किस्मत पर कैसा भरोसा जनाब, जब जान से प्यारे लोग बदल गए, तो किस्मत भी एक दिन बदल जाएगी।

किसी राह पे मिल जाओ मुसाफ़िर बन के, क्या पता अपनी किस्मत में हमसफ़र भी लिखा हो।

किसी राह पे मिल जाओ मुसाफ़िर बन के, क्या पता अपनी किस्मत में हमसफ़र भी लिखा हो।

मेरी क़िस्मत की लड़ाई में खुद लड़ूंगा, चाहें वो मिले ना मिले, मेरी ज़िन्दगी है मैं खुद जियूंगा।

मेरी क़िस्मत की लड़ाई में खुद लड़ूंगा, चाहें वो मिले ना मिले, मेरी ज़िन्दगी है मैं खुद जियूंगा।

कुम्भकरण की तरह जब किस्मत सोती है, तभी इंसान से जमकर मेहनत सोती है।

कुम्भकरण की तरह जब किस्मत सोती है, तभी इंसान से जमकर मेहनत सोती है।

मंजूर है मुझे हर शर्त वो तेरी, मैं किस्मत में नहीं, खुद पर यकीं रखती हूं।

मंजूर है मुझे हर शर्त वो तेरी, मैं किस्मत में नहीं, खुद पर यकीं रखती हूं।

हाथों की लकीर, किस्मत और नसीब, जवानी में ऐसी बातें लगती है अजीब, कर्म करके तू लिख दे अपना नसीब, दुनिया भी कहे इंसान था वो अजीब।

हाथों की लकीर, किस्मत और नसीब, जवानी में ऐसी बातें लगती है अजीब, कर्म करके तू लिख दे अपना नसीब, दुनिया भी कहे इंसान था वो अजीब।