Waqt Par Kahi Gayi Shayari – गहराई से भरे अल्फ़ाज़
वक़्त… ना किसी के लिए रुकता है, ना किसी के कहने से बदलता है — मगर हर किसी को बदल देता है।
कुछ बातें होती हैं जो वक़्त पर ही सही लगती हैं, और कुछ शायरी ऐसी होती है जो सिर्फ उसी पल में दिल को छू जाती है।
Waqt Par Kahi Gayi Shayari वो लफ़्ज़ हैं जो नसीहत भी बन जाते हैं, और तसल्ली भी।
कभी ये टूटे दिल को थामते हैं, कभी किसी को आगे बढ़ने की हिम्मत देते हैं।
वक़्त हर ज़ख्म भर देता है, लेकिन कुछ अल्फ़ाज़ ऐसे होते हैं जो उस वक़्त को जीने में साथ देते हैं।
जब हालात कड़े होते हैं, जब रास्ते धुंधले होते हैं — तब कोई एक शेर, कोई एक पंक्ति हमें भीतर से संभाल सकती है।
गहरी शायरी, जो वक़्त की मार को समझती है और दिल को थोड़ा सा सुकून देती है।
इस ब्लॉग में हम लाए हैं Waqt Par Kahi Gayi Shayari का एक ऐसा ख़ास कलेक्शन,
जिसमें हर लाइन एक अनुभव है, और हर शब्द वक़्त से सीखी गई सच्चाई।
क्योंकि कुछ बातें बस वक़्त कहता है — और कुछ बातें, हम शायरी के ज़रिए कहते हैं।